चीन अंतरिक्ष के क्षेत्र में अमेरिका को टक्कर देने की पूरी कोशिश कर रहा है। इसके लिए वह तेजी से अपने अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण कर रहा है। चीन ने मंगलवार को अमेरिका के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच अपने निर्माणाधीन अंतरिक्ष स्टेशन के लिए एक अंतरिक्ष यान के जरिए तीन अंतरिक्ष यात्रियों को रवाना किया है। शेनझोउ-15 अंतरिक्ष यान को उत्तर-पश्चिमी चीन स्थित जियुक्वान उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से रवाना किया गया। इसमें तीन अंतरिक्ष यात्री- फी जुनलॉन्ग, डेंग किंगमिंग और झांग लू सवार हैं।
सीएमएसए के निदेशक के सहायक जी किमिंग ने मीडिया को बताया कि फी मिशन के कमांडर होंगे। यह प्रक्षेपण ‘लॉन्ग मार्च-2एफ’ रॉकेट के जरिए किया गया। चालक दल लगभग छह महीने तक कक्षा में रहेगा, एक ऐसी अवधि, जिसमें निचली कक्षा में अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण पूरा होने की उम्मीद है। यह चीन द्वारा अपने अंतरिक्ष स्टेशन के लिए भेजा गया तीसरा मानव मिशन है।
अकेला स्पेस स्टेशन वाला देश होगा चीन
निर्माण पूरा होने के बाद चीन अपना खुद का अंतरिक्ष स्टेशन रखने वाला एकमात्र देश होगा क्योंकि रूस का अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) कई देशों की एक सहयोगी परियोजना है। चीन द्वारा पूर्व में घोषित योजनाओं के अनुसार, अंतरिक्ष स्टेशन के इस साल के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। चाइना स्पेस स्टेशन (सीएसएस) के रूस निर्मित आईएसएस का एक प्रतिस्पर्धी होने की भी उम्मीद है। पर्यवेक्षकों का कहना है कि आने वाले वर्षों में आईएसएस के सेवानिवृत्त होने के बाद सीएसएस कक्षा में रहने वाला एकमात्र अंतरिक्ष स्टेशन बन सकता है।