जापान के हिरोशिमा में हुए G-7 समिट में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने चीन को लेकर बड़ा बयान दिया था। सुनक ने कहा कि "चीन हमारे समय में वैश्विक सुरक्षा और समृद्धि के लिए सबसे बड़ी चुनौती है"। ब्रिटिश पीएम के इस बयान का समर्थन जी 7 के सभी नेताओं ने किया। इस मामले पर अब चीन की प्रतिक्रिया भी आ चुकी है। चीन ने ऋषि सुनक के बयान को लेकर कहा है कि चीन के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण बदनामी करने के प्रयास की हम कड़ी निंदा करते हैं। कुछ ब्रिटेन के राजनेताओं से आग्रह किया जाता है कि अपनी लंबे समय से चली आ रही घरेलू राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक समस्याओं पर अधिक ध्यान दें।
चीन पर बरसे ऋषि सुनक
खबरों के मुताबिक G7 के की बैठक में एक अधिकारिक बयान में बताया गया कि ब्रिटेन चीन के साथ अपने रिश्तों को डी-कपलिंग के बजाय डी-रिस्किंग करेगा। बता दें कि सुनक ने दुनिया के लिए चीन को खतरा बताया था। सुनक ने इस दौरान कहा कि हम एक साथ मिलकर काम करेंगे। क्योंकि G-7 और अन्य देश यह सुनिश्चित करते हैं कि हम खुद को और सप्लाई चैन को कम कर सकेत हैं। चीन के शत्रुतापूर्ण निवेश के खिलाफ खुद को बचाने की आवश्यकता है और इस बाबत कदम उठाए जाने चाहिए ताकि इससे एक दूसरे को नुकसान न हो।
सुनक बोले रूस से बड़ा खतरा चीन
ऋषि सुनक ने कहा कि चीन अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से रूस से ज्यादा खतरनाक देश है। गौरतलब है कि जापान के हिरोशिमा में G7 की बैठक में ऋषि सुनक पहुंचे थे। यहां उन्होंने पीस सेंटर में भाषण देते हुए चीन के प्रभाव से बचाने और कमजोर सप्लाई चेन की सुरक्षा के लिए सहयोग प्रयासों की आवश्यकता को रेखांकित किया। बता दें कि साल 1945 में द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान हिरोशिमा और नागासाकी पर ही 'लिटिल बॉय' नाम के परमाणु बम का धमाका किया गया था।