Highlights
- चीन में खड़ा हुआ जनसांख्यिकीय संकट
- चीन में बढ़ रही है बुजुर्गों की आबादी
- 2035 तक देश में 40 करोड़ होंगे बुजुर्ग
China Aging Population: चीन की आबादी में 2035 तक बुजुर्गों की संख्या 40 करोड़ को पार कर जाएगी। इस तरह चीन बुजुर्गों की संख्या के मामले में गंभीर चरण में प्रवेश कर जाएगा, जिससे सबसे अधिक जनसंख्या वाले इस देश के सामने कई चुनौतियां उत्पन्न हो सकती हैं। एक शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के तहत आबादी और स्वास्थ्य विभाग के निदेशक वांग हैडोंग ने कहा कि चीन तेजी से उम्रदराज हो रहा है, पिछले साल के अंत तक 60 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों की संख्या 26.7 करोड़ तक पहुंच गई है, जो कि आबादी का कुल 18.9 प्रतिशत है।
अखबार ‘चाइना डेली’ ने अधिकारी वांग के हवाले से बताया कि अनुमान के मुताबिक 2025 तक बुजुर्गों की आबादी 30 करोड़ और 2035 तक 40 करोड़ हो जाएगी। वांग ने कहा कि चीन की बुजुर्ग आबादी का आकार और कुल जनसंख्या का अनुपात 2050 के आसपास चरम पर पहुंचने का अनुमान है, जो सार्वजनिक सेवाओं के प्रावधान और राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा प्रणाली के लिए बड़ी चुनौतियां हैं।
बीते साल 1.41 अरब हुई आबादी
चीन की जनसंख्या पिछले साल पांच लाख से भी कम बढ़ोतरी के साथ 1.41 अरब हो गई, क्योंकि जन्म दर लगातार पांचवें वर्ष घट गई, जिससे एक आसन्न जनसांख्यिकीय संकट और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था पर इसके प्रतिकूल प्रभाव की आशंका पैदा हो गई है। इस महीने की शुरुआत में, आधिकारिक आंकड़ों से पता चला कि 2021 में चीन में विवाहित जोड़ों का पंजीकरण 80 लाख से कम हो गया, जो 1986 के बाद से सबसे कम है। यह पंजीकरण घटती जन्म दर और घटती जनसंख्या की चिंताओं से जुड़ा है, जो 2025 तक नकारात्मक वृद्धि में पहुंच सकता है।
चीन में काफी कम हो रहीं शादियां
पिछले साल नागरिक मामलों पर नवीनतम सांख्यिकीय बुलेटिन के अनुसार, 2021 में केवल 76 लाख चीनी विवाहित जोड़ों ने अपनी शादी को पंजीकृत किया, जो 1986 के बाद से सबसे कम है। सरकार के नियंत्रण वाले अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने चीनी विशेषज्ञों के हवाले से कहा है कि देर से शादियां चीन में एक चलन बन गई हैं, यह तीन बच्चों को अनुमति देने की नीति को भी प्रभावित करेगी, जो आगे चलकर घटती जनसंख्या के लिए एक चुनौती है।
किस वजह से आया जनसांख्यिकीय संकट?
जनसांख्यिकीय संकट के लिए मुख्य रूप से दशकों पुरानी ‘एक बच्चे की नीति’ को जिम्मेदार ठहराया गया है, जिसे 2016 में खत्म कर दिया गया था, जिसके बाद चीन ने सभी जोड़ों को दो बच्चे पैदा करने की अनुमति दी थी। पिछले साल, चीन ने एक संशोधित जनसंख्या और परिवार नियोजन कानून पारित किया, जिसमें चीनी जोड़ों को तीन बच्चे पैदा करने की अनुमति दी गई है और ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए कई प्रोत्साहन की घोषणा की गई है।