Highlights
- जिनपिंग ने बायडेन को ताइवान को लेकर उसके मामले में दखलअंदाजी करने के खिलाफ चेतावनी दी।
- चीन ने पहले भी अमेरिका को बार-बार नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर आगाह किया है।
- चीन ने इससे पहले बुधवार को पेलोसी की प्रस्तावित ताइवान यात्रा को लेकर चेतावनी दोहराई थी।
China News: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ गुरुवार को फोन पर लगभग 3 घंटे तक बात की। दोनों नेताओं की यह बातचीत ताइवान को लेकर उपजे तनाव के बीच हुई है। बातचीत के दौरान शी जिनपिंग ने जो बायडेन को ताइवान को लेकर उसके मामले में दखलअंदाजी करने के खिलाफ चेतावनी दी। जिनपिंग ने बायडेन से कहा कि आग से खेलने वाले जलकर राख हो जाते हैं। साफ है कि बायडेन को जिनपिंग का इशारा समझ में आ गया होगा, लेकिन उन्होंने इसके जवाब में कुछ खास नहीं कहा।
पेलोसी की संभावित ताइवान यात्रा को लेकर नाराज है चीन
ताइवान को चीन अपना हिस्सा मानता है और अगर कोई देश उसकी इस नीति के खिलाफ जाता है तो वह उसे चेतावनी भी देता है। फिलहाल चीन अमेरिका की प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की संभावित ताइवान यात्रा को लेकर उखड़ा हुआ है और यही वजह है कि जिनपिंग ने बायडेन से काफी कड़े शब्दों में बात की। चीन ने इसके पहले भी अमेरिका को बार-बार नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर आगाह किया है, और बायडेन ने भी हाल ही में कहा था कि इस समय पेलोसी का ताइवान जाना ‘शायद’ ठीक नहीं है।
इंडोनेशिया में हो सकती है जिनपिंग और बायडेन की मुलाकात
अमेरिका के एक अधिकारी ने अपनी पहचान गोपनीय रखे जाने की शर्त पर यह भी बताया है कि जिनपिंग और बायडेन व्यक्तिगत रूप से मुलाकात करने की संभावना तलाश रहे हैं। शी को G-20 देशों की बैठक के लिए नवंबर में इंडोनेशिया आमंत्रित किया गया है और इसी दौरान दोनों नेताओं के बीच सामने-सामने की मुलाकात होने की संभावना है। चीन सरकार ने इस बात का कोई संकेत नहीं दिया किया कि क्या शी और बायडेन ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान की संभावित यात्रा पर चर्चा की या नहीं।
‘आग से खेलने वाले लोग खुद जलकर खाक हो जाएंगे’
चीन की सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘चीन की राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करना 1.4 अरब से अधिक चीनी लोगों की दृढ़ इच्छा है। आग से खेलने वाले लोग स्वयं जलकर खाक हो जाएंगे।’ जिनपिंग का यह कड़ा बयान इस बात की तरफ साफ इशारा करता है कि चीनी नेताओं का शायद यह मानना है कि अमेरिका ने ताइवान को लेकर चीन की अब तक दी गई चेतावनियों को उतनी गंभीरता से नहीं लिया है। इससे पहले, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने बुधवार को पेलोसी की प्रस्तावित ताइवान यात्रा को लेकर चेतावनी दोहराई थी।
ताइवान को लेकर बदल गए हैं जो बायडेन के सुर?
बता दें कि पेलोसी अगर ताइवान की यात्रा करती हैं तो 1997 के बाद यह पहला ऐसा मौका होगा जब कोई शीर्ष अमेरिकी निर्वाचित प्रतिनिधि इस देश की यात्रा करेगा। चीन ने दावा किया कि बायडेन ने जिनपिंग से बातचीत में कहा है कि अमेरिका की एक-चीन नीति नहीं बदली है और न ही बदलेगी, और वह ताइवान की स्वतंत्रता का समर्थन नहीं करता है। हालांकि, अमेरिका ने इस बयान पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है क्योंकि बायडेन ने हाल ही में कहा था कि ताइवान की आजादी की रक्षा करना अमेरिका की जिम्मेदारी है और उसपर हमला होता है तो अमेरिका अपनी सेना तैनात करेगा।