China News : चीन से यूं तो खबरों का बाहर आना बहुत मुश्किल होता है लेकिन फिलहाल सोशल मीडिया के जरिए जो बातें सामने आ रही हैं उससे ऐसा लग रहा है कि चीन में राजनीतिक और सैन्य हालात कुछ अच्छे नहीं हैं। अपुष्ट खबरों के मुताबिक वहां की सेना (PLA) ने राजधानी बीजिंग को अपने कब्जे में ले लिया है। राजधानी पूरी तरह से सेना के नियंत्रण में है। बीजिंग अब पूरी दुनिया से कट गया है। वहां बड़ी तादाद में सेना पहुंच गई है साथ ही घरेलू और अंतराराष्ट्रीय उड़ानों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। सोशल मीडिया पर ऐसी भी खबरें हैं कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग को पीएलए प्रमुख के पद से हटाने के बाद उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। हालांकि, इन खबरों की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
सेंट्रल गार्ड ब्यूरो पर शी जिनपिंग का कंट्रोल नहीं
न्यूज हाइलैंड विजन की एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्व चीनी राष्ट्रपति हू जिंताओ और पूर्व चीनी प्रधानमंत्री वेन जिबाओ ने स्टैंडिंग कमेटी के पूर्व सदस्य सोंग पिंग को अपने पक्ष में राजी कर लिया और सेंट्रल गार्ड ब्यूरो (Central Guard Bureau) पर अपना कंट्रोल बना लिया। सोंग पिंग के कंट्रोल में सेंट्रल गार्ड ब्यूरो है। बता दें कि सेंट्रल गार्ड ब्यूरो पोलित ब्यूरो के स्थायी समिति के सदस्यों और सीसीपी के अन्य नेताओं को सुरक्षा प्रदान करता है। यही शी जिनपिंग की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी संभालता है।
बीजिंग को PLA ने अभेद्य किले में तब्दील किया
सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें तेजी से फैल रही हैं कि बीजिंग को सेना ने किले तब्दील कर दिया है और शी जिनपिंग अब राष्ट्रपति का अधिकार नहीं रह गया है। जेनिफर जेंग के ट्विटर हैंडल से एक ऐसा वीडियो सर्कुलेट किया गया है जिसके बारे में यह बताया जा रहा है कि वीडियो बीजिंग का है। बीजिंग के बाहर सेना का एक बड़ा काफिला हाईवे पर नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि पीएलए के सैन्य वाहन 22 सितंबर को बीजिंग की ओर जा रहे थे। यह काफिला करीब 80 किमी लंबा है। बीजिंग के पास हुआनलाई काउंटी से शुरू होकर सेना की गाड़ियों का यह काफिला झांगजियाकौ शहर में खत्म हुआ। इस काफिले की लंबाई करीब 80 किमी तक है। इस ट्वीट में भी इस बात का जिक्र है कि शी जिनपिंग को उनके पद से हटा दिया गया है और उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया है।
समरकंद से लौटते ही जिनपिंग को किया हाउस अरेस्ट
अपुष्ट खबरों के मुताबिक जैसे ही हू जिंताओ और वेन जिबाओ ने सीजीबी का कंट्रोल अपने पास लिया इसकी सूचना उन्होंने जियांग ज़ेंग और बीजिंग में केंद्रीय समिति के सदस्यों को टेलीफोन के माध्यम से दी। मूल स्थायी समिति के सदस्यों ने उसी वक्त शी जिनपिंग के सैन्य अधिकार को समाप्त कर दिया। ऐसी खबरें हैं कि 16 सितंबर को शंघाई सहयोग शिखर सम्मेलन की बैठक से लौटने के बाद उन्हें एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया गया और बाद में उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया।
हू जिंताओ का पूरे सिस्टम पर कंट्रोल
ऐसी खबरें हैं कि सिस्टम पर अब शी जिनपिंग का कोई कंट्रोल नहीं रह गया है। हू जिंताओ ने मौजूदा हालात को अपने कंट्रोल में ले लिया है। अगर इन खबरों पर यकीन करें तो 2019 में चीन में कोरोना वायरस फैलने के बाद यह वहां की सबसे बड़ी घटना है। पिछले 10 दिनों से बंद दरवाजों के पीछे गोपनीय बैठकें चल रही थीं। इन्हीं बैठकों को यह नतीजा रहा कि शी जिनपिंग के हाथों से सत्ता लगभग जा चुकी है।
शी के समरकंद दौरे के वक्त बना प्लान
राष्ट्रपति शी जिनपिंग जब शंघाई सहयोग शिखर सम्मेलन के सिलसिले में समरकंद में थे उसी दौरान हू जिंताओ और वेन जिबाओ ने सोंग पिंग को शी जिनपिंग के खिलाफ भड़काते हुए अपने पाले में कर लिया था। क्योंकि शी जिनपिंग लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति का कार्यकाल की लगभग तैयारी कर चुके थे। इसके बाद जैसे ही शी जिनपिंग समरकंद से लौटे उन्हें उनके गार्ड ने हिरासत में ले लिया और बाद में उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया।