Highlights
- रेस्टोरेंट का फर्श पत्थर का था, ऐसे में उस पर जानवर के कदमों के निशान बनना चौंकाने वाला था।
- पैलेंटोलॉजिस्ट्स ने कदमों के निशान की जांच के बाद जो खुलासा किया, वह हैरान करने वाला था।
China News: कुछ दिन पहले चीन के सिचुआन प्रांत में स्थित शहर लीशान के एक रेस्टोरेंट में कुछ लोग खाना खाने गए थे। वे अपनी टेबल पर बैठे ही थे कि उनमें से एक को किसी जानवर के कदमों के कुछ अलग से नजर आने वाले निशान दिखए। रेस्टोरेंट का फर्श पत्थर का था, ऐसे में उस पर जानवर के कदमों के निशान बनने की बात भी समझ से बाहर थी। कुछ देर में ही वहां कुछ पैलेंटोलॉजिस्ट्स (Paleontologists) पहुंच गए और जांच के बाद उन्होंने जो खुलासा किया, वह हैरान करने वाला था।
डायनासोर के ही थे कदमों के निशान
जांचकर्ताओं ने पाया कि कदमों के वे निशान वाकई में डायनासोर के ही थे। उन्होंने बताया कि ये निशान लगभग 10 करोड़ साल पहले तब बने होंगे जब 2 डायनासोर यहां से गुजरे रहे होंगे। पैलेंटोलॉजिस्ट डॉक्टर लिडा जिंग इस निशान की जांच करने वाले लोगों में से एक थीं। उन्होंने सीएनएन को बताया कि एक 3डी स्कैनर से जांच करने पर साफ हो गया कि वे निशान सॉरोपॉड्स (sauropods) के थे।
सिर्फ पौधे और पत्ते खाते थे सॉरोपॉड्स
जिंग ने बताया कि डायनासोर की यह प्रजाति सिर्फ पौधे एवं उनकी पत्तियां खाते थे। इनके छोटे सिर होते थे, हालांकि गर्दन और पूंछ काफी लंबी होती थी। कुल मिलाकर इनका आकार काफी बड़ा और भारी-भरकम होता था। और शायद यही वजह है कि करोड़ों साल बीत जाने के बाद भी उनके कदमों के निशान जमीन पर बने ही रह गए। बता दें कि सॉरोपॉड्स के तमाम अवशेष मिले हैं, लेकिन उनका पूरा जीवाश्म बड़ी मुश्किल से मिलता है।
अंगूर के दाने जितना होता था अंडों का साइज
सॉरोपॉड्स के बारे में एक हैरान करने वाली बात और है। ये अंडे दिया करते थे और उन अंडों का आकार अंगूर के दाने जितना ही बड़ा होता था। इनके यह अंडे उस समय के मांसाहारी जीवों के लिए पॉपकॉर्न की तरह होते थे। सॉरोपॉड्स बहुत खाते थे और कभी-कभी तो पेट भरने की सनक में पूरा पौधा या छोटे-मोटे पेड़ ही खा जाते थे। इन डायनासोर के पैरों के निशान मिलने से वैज्ञानिकों की खुशी का ठिकाना नहीं है।