Highlights
- हु जिंताओ को बैठक से निकाला गया
- सीसीपी की अहम बैठक में हुए थे शामिल
- शी जिनपिंग से कुछ कहते देखे गए
China Hu Jintao: चीन में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) का महासम्मेलन शनिवार को नाटकीय अंदाज में सपंन्न हुआ और मीडिया के सामने ही पूर्व राष्ट्रपति हु जिंताओ को मंच से उतारकर बाहर ले जाया गया। जिंताओ (79) राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अन्य शीर्ष नेताओं के साथ ग्रेट हॉल ऑफ पीपुल (संसद भवन) में पहली कतार में बैठे थे कि तभी दो लोगों ने उन्हें बैठक से जाने को कहा। माना जा रहा है कि वे दो व्यक्ति सुरक्षाकर्मी थे। यह घटना तब हुई जब 2,296 प्रतिनिधियों की भागीदारी वाली बैठक को कवर करने के लिए स्थानीय और विदेशी मीडिया को अनुमति दी गई थी।
इस घटना का करीब एक मिनट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें जिंताओ वहां से जाने को लेकर अनिच्छुक दिख रहे हैं, जबकि सुरक्षाकर्मी उन्हें वहां चले जाने के लिए राजी करते हुए दिखाई दे रहे हैं। दुनिया भर में इस मामले को लेकर तरह तरह की बातें बन रही हैं। जिसके चलते अब चीन के मीडिया ने मामले के पीछे की वजह बता दी है। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ का कहना है कि हु की तबीयत ठीक नहीं थी। शिन्हुआ ने ट्विटर पर लिखा है, 'शिन्हुआनेट के रिपोर्टर लियु जियावेन को पता चला है कि हु जिंताओ ने समापन सत्र में भाग लेने पर जोर दिया... बावजूद इसके कि उनकी सेहत को ठीक होने में समय लग रहा है।'
2010 में पूरा किया था कार्यकाल
शिन्हुआ ने जिंताओ के संबंध में कहा, ‘जब सत्र के दौरान उनकी तबीयत ठीक नहीं लग रही थी, तो स्वास्थ्य लाभ के लिए उनके कर्मचारी उन्हें बैठक स्थल के बगल में एक कमरे में विश्राम के लिए ले गए। अब, वह बेहतर महसूस कर रहे हैं।’ बता दें, जिंताओ ने साल 2010 में 10 साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता हस्तांतरण किया था। वीडियो में पूर्व राष्ट्रपति कमजोर दिखाई दे रहे हैं और उनके हाथों में एक कागज है। वह दो लोगों से उन नेताओं की बेचैनी के बारे में बात करते दिख रहे हैं, जो पूरी घटना के दौरान मूकदर्शक बने रहे। अंतत: वह बाहर निकलते हैं।
शी जिनपिंग से कुछ कहते दिखे
जिंताओं को जिनपिंग से कुछ कहते देखा गया, जिसके जवाब में उन्होंने अपना सिर हिलाया और प्रधानमंत्री ली क्विंग को थपकी दी। इसके बाद जिंताओ को दो लोगों के साथ बाहर जाते देखा गया। उल्लेखनीय है कि जिंताओ ने न केवल महासम्मेलन के उद्घाटन सत्र में हिस्सा लिया, बल्कि पूरे सत्र के दौरान भी मौजूद रहे। सीपीसी की सभी बैठकें अति गोपनीय तरीके से होती हैं और इस तरह की घटना दुर्लभ है।