Highlights
- चीन में ओमीक्रोन के सबवेरिएंट ओमीक्रोन बीए.2 से मचा हाहाकार
- कोविड-19 की मौजूदा लहर से निपटने के लिए रणनीति तैयार कर रहा है चीन
- अध्ययनों से पता चलता है कि मूल ओमीक्रोन की तुलना में 1.5 गुना अधिक संक्रामक है
बीजिंग: चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए जहां एक ओर कई शहरों में लॉकडाउन लगाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर कोविड-19 की इस लहर से निपटने के लिए रणनीति भी तैयार की जा रही है। चीन के सरकारी स्वास्थ्य अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों के साथ की गयी बातचीत के मुताबिक देश में कोविड-19 संबंधी सख्त नियमों में ढील देने की रणनीति बनाई जा रही है।
चीन के संक्रामक रोग विशेषज्ञ एवं शंघाई कोविड-19 कार्रवाई टीम के सदस्य झांग वेनहोंग के मुताबिक लोगों को टीकाकरण का महत्व समझना चाहिए और यह बात सही है कि कोविड-19 रोधी टीके की सभी आवश्यक खुराक ले चुके लोगों के गंभीर रूप से संक्रमित होने का खतरा बेहद कम है।
झांग ने चीनी समाचार वेबसाइट काइसिन में लिखा कि लोगों को यह समझना होगा कि वायरस धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है और यदि वे टीके की सभी आवश्यक खुराक लेते हैं तो उन्हें गंभीर रूप से संक्रमित होने का खतरा कम है। झांग ने लिखा, "हमें एक बहुत ही स्पष्ट रास्ते पर चलना होगा। हमें अपना सारा समय इस बात पर बहस करने में नहीं लगाना चाहिए कि क्या हमें कोविड-19 को लेकर सख्त नियमों का पालन करना चाहिए अथवा वायरस के साथ सह-अस्तित्व के विचार को मान लेना चाहिए।"
चीन में हाहाकार मचाने वाला कोई और नहीं बल्कि ओमीक्रोन का सबवेरिएंट ओमीक्रोन बीए.2 (Omicron BA.2) है, जिसे स्टील्थ ओमीक्रोन (Stealth Omicron) के नाम से भी जाना जाता है। यूके हेल्थ एजेंसी (UKHSA) के अनुसार, स्टील्थ ओमीक्रोन को बीए.2 के रूप में भी जाना जाता है। यह ओमीक्रोन का सबवेरिएंट है। अध्ययनों से पता चलता है कि मूल ओमीक्रोन की तुलना में 1.5 गुना अधिक संक्रामक है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने अभी तक BA.2 को 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' नहीं माना है। हालांकि, संगठन इसके प्रसार पर निगरानी बनाए हुए है। BA.2 कई देशों में मूल ओमीक्रोन स्ट्रेन को बदलने लगा है।