South China Sea: कुछ देशों को दादागिरी करने की आदत होती है, बाद में मुंह की खानी पड़ती है। चीन भी ऐसा ही देश है। अपनी इसी आदत के कारण दुनिया से दुश्मनी मोल लेने वाले चीन को अपना बजट बढ़ाना पड़ा। इन्हीं खबरों के बीच चीन ने दक्षिण चीन सागर में एक बार फिर हेकड़ी दिखाई है। चीनी कोस्टगार्ड्स ने फिलिपींस के जहाजों को रोका है। इस दौरान मामूली भिड़ंत की भी खबर है।
चीन के तटरक्षक बल के जहाजों ने मंगलवार को विवादित दक्षिण चीन सागर के तट पर फिलीपींस के जहाजों को रोका। इससे मामूली भिड़ंत हो गई। फिलिपींस कोस्टगार्ड्स के स्पोकपर्सन कोमोडोर जय तैरिएला ने बताया कि चीन के जहाजों ने फिलीपींस के दो जहाजों के खिलाफ खतरनाक गतिविधियों को अंजाम दिया। इससे फिलीपींस तटरक्षक के एक जहाज और चीनी तटरक्षक बल के एक जहाज के बीच टक्कर हो गई।
फिलिपींस के जहाज को पहुंची क्षति की खबर
फिलीपींस के जहाज को मामूली नुकसान पहुंचा है। हालांकि, इस संबंध में और जानकारी उपलब्ध नहीं है। तैरिएला ने यह नहीं बताया कि यह टक्कर किस स्थान पर हुई लेकिन इससे पहले सेना ने कहा था कि नौसैन्य कर्मी फिलीपीन के नियंत्रण वाले सेकंड थॉमस शोल पर सामान और सैन्य कर्मियों को भेजेंगे। दक्षिणपूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) के नेताओं और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष के बीच इस सप्ताह होने वाले शिखर सम्मेलन में दक्षिण चीन सागर में क्षेत्रीय विवाद बातचीत के एजेंडे में शीर्ष पर रहने की उम्मीद है।
फिलिपींस और चीनी जहाजों में पहले भी हो चुकी हैं झड़पें
इससे पहले भी चीन और फिलिपींस के बीच दक्षिण चीन सागर में मामलू झड़पें हुई हैं करीब तीन महीने पहले
चीन ने फिलिपींस के जहाज पर पानी की बौछार कर डाली थी। इसके बाद जहाज को टक्कर मार दी थी। चीनी जहाज की टक्कर से फिलिपींस के जहाज के इंजन को काफी गंभीर क्षति पहुंची है। यहां तक कि फिलिपींस के चालक दल की जिंदगियां खतरे में आ गई थीं। यही नहीं, चीन ने एक दिन पहले भी विवादित इलाके में इसी तरह की 'हरकत' की थी।
अमेरिका करता रहा है चीन की 'हरकतों' की आलोचना
दक्षिण चीन सागर में चीन की दादागिरी की आलोचना अमेरिका करता रहा है। चीन छोटे देशों पर इसी तरह की हरकतें करके रौब झाड़ता है, लेकिन अमेरिका के जहाज जब साउथ चाइना सी में प्रवेश करते हैं तो चीन की अकड़ ढीली हो जाती है। वह मनमसोस कर केवल आलोचना ही कर पाता है।