नई दिल्लीः कनाडा के ब्राम्पटन में कुछ दिनों पहले हिंदू मंदिर पर हुए हमले पर अध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हिंदू मंदिर पर हमला करने वालों ने सिर्फ हिंदुओं का ही नहीं, बल्कि सिख गुरुओं का भी अपमान किया है। क्योंकि सिख गुरुओं ने हिंदू मंदिरों और सनातन की सुरक्षा के लिए अपना जीवन दे दिया। उन्होंने ऐसा कृत्य करने वालों की गिरफ्तारी कर कानून के तहत उनको दंडित करने की मांग की।
श्री श्री रविशंकर ने अपने बयान में कहा, "यह हमला बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। कनाडा बहुत वर्षों से सभी संस्कृतियों, धर्मों को मानने वाले लोगों के लिए शांति और सद्भाव का स्थान रहा है। इसलिए ऐसे कृत्य (हिंदू मंदिर पर हमले) की सिर्फ किसी एक की ओर से नहीं, बल्कि सभी तरफ से निंदा की जानी चाहिए। इस तरह का कृत्य कभी दोहराया नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस हमले के लिए जो भी लोग जिम्मेदार हैं, उन्हें वास्तव में गिरफ्तार किया जाना चाहिए और संविधान व कानून के तहत उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।
हमलावरों ने किया सिख गुरुओं का अपमान
अपने बयान में श्री श्री ने कहा कि इस तरह का कार्य करने वाले लोग इतने अधिक मूर्ख हैं कि वह केवल हिंदू को ही अपमानित नहीं कर रहे, बल्कि वह सिख और सिख गुरुओं का भी अपमान कर रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि 10 सिख गुरुओं ने हिंदू मंदिरों और सनातन संस्कृतियों की सुरक्षा के लिए अपना जीवन दे दिया। इतना ही नहीं, एक सिख गुरु को तो एक हिंदू परिवार ने ही दिया, जो अन्याय, उग्रवाद और आतंकवाद के खिलाफ लड़े। इसलिए हिंदू मंदिर पर हमला करने वाले लोग सिख गुरुओं और उनके मिशन का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कनाडा में जो कुछ भी हुआ वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह सिख गुरुओं के उन सिद्धांतों का उल्लंघन है। इसलिए मैं सभी लोगों से पुनः शांति स्थापना के लिए प्रार्थना करता हूं।