Nepal Plane Emergency Landing: नेपाल में एक बड़ा हादसा टल गया। हजारों फीट की ऊंचाई पर विमान में अचानक आग लग गई। विमान में आग लगने के बाद काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर VOR लैंडिंग या मैनुअल लैंडिंग करानी पड़ी। प्लेन में चालक दल के सदस्यों समेत 76 यात्री सवार थे। VOR लैंडिंग पायलट्स द्वारा ग्राउंड-बेस्ड रेडियो स्टेशन जिसे वीओआर (वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ऑम्निडायरेक्शनल रेंज) कहा जाता है, से सिग्नल का उपयोग करके हवाई जहाज को नेविगेट करने और लैंड करने का एक तरीका है।
किसी के घायल होने की सूचना नहीं
फिलहाल, किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने एक बयान जारी करके इस इमरजेंसी लैंडिंग के संबंध में जानकारी दी है। विमान ने स्थानीय समय के मुताबिक, 10 बजकर 37 मिनट पर उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही प्लेन के बाएं इंजन में आग लग गई। सुबह सवा 11 बजे इसकी त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर VOR लैंडिग की गई।
टीम कर रही विमान की जांच
बुद्धा एयरलाइन ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, 'काठमांडू से भद्रापुर जाने वाली उड़ान संख्या 953 के दाहिने इंजन में तकनीकी समस्या के बाद काठमांडू वापस मोड़ दिया गया। विमान ने त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सवा 11 बजे सुरक्षित लैंडिंग की। हमारी तकनीकी टीम वर्तमान में विमान का निरीक्षण कर रही है। यात्रियों को भद्रापुर भेजने के लिए अन्य उड़ान की व्यवस्था की जा रही है।'
12 सालों में 21 विमान हादसे
नेपाल में पिछले 12 सालों में 21 विमान हादसे हुए हैं। इन हादसों में सैकड़ों लोगों की जाीन गई है। बीते साल नेपाल की राजधानी काठमांडू से पोखरा जा रहा विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में हादसे में 68 लोगों की मौत हो गई थी।
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