Russia Against UK: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को युद्ध में यूक्रेन का साथ देना महंगा पड़ गया है। प्रधानमंत्री बनने के बाद ही सुनक ने यूक्रेन का दौरा किया था। उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से द्विपक्षीय वार्ता के दौरान युद्ध में पूरी मदद का ऐलान किया था। इसके बाद से ही ब्रिटेन यूक्रेन को रूस के खिलाफ युद्ध में हथियार और गोलाबारूद पहुंचा रहा है। साथ ही ब्रिटेन यूक्रेन की आर्थिक मदद भी कर रहा है। इससे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। पुतिन ने ब्रिटेन को यूक्रेन की मदद करने के लिए चेतावनी देने के साथ ही उसके खिलाफ जवाबी कार्रवाई भी शुरू कर दी है।
पुतिन ने ब्रिटेन के विदेश सचिव की रूस में एंट्री पर बैन लगा दिया है। ब्रिटेन के विदेश सचिव जेम्स क्लेवरली राष्ट्रमंडल और विकास मामलों के राज्य सचिव भी हैं। उनके अलावा रूस ने ब्रिटेन के कई अन्य कैबिनेट मंत्रियों को भी ब्लैक लिस्ट कर दिया है। यानि उन्हें भी रूस में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। रूस ने यह कार्रवाई ब्रिटेन पर यूक्रेन की मदद करने के जवाब के तौर पर की है। रूस ब्रिटेन के विदेश सचिव और कैबिनेट मंत्रियों समेत अब तक 36 अन्य ब्रिटिश नागरिकों पर भी प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा के हवाले से कहाकि क्लेवरली के अलावा, लेवलिंग अप, हाउसिंग एंड कम्युनिटीज और इंटरगवर्नमेंटल रिलेशंस के मंत्री माइकल गोव, डची ऑफ लैंकेस्टर ओलिवर डाउडेन के चांसलर, बिना पोर्टफोलियो के मंत्री नादिम जहावी और जनरल स्टाफ के प्रमुख पैट्रिक सैंडर्स को भी ब्लैकलिस्ट किया गया है। रूस के खिलाफ टकराव की लंदन की नीति के कारण रूसी विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को 36 ब्रिटिश नागरिकों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। मंत्रालय ने पिछले बयान में उनके नामों का खुलासा किए बिना कहा कि, नव स्वीकृत मंत्रियों में कैबिनेट के सदस्य, सुरक्षा सेवाओं के प्रतिनिधियों के साथ-साथ पत्रकार भी शामिल हैं।