India-Pakistan: पाकिस्तान में अभी भी भारतीय परमाणु मिसाइल ब्रह्मोस के धमाके का खौफ है। पिछले साल मार्च 2022 में ब्रह्मोस मिसाइल गलती से पाकिस्तान की सीमा में जा गिरी थी। मिसाइल के धमाके से पाकिस्तान सालभर बाद भी सदमे में है। हालांकि भारत की ओर से इस पर अफसोस जता दिया गया था। लेकिन मिसाइल के पाक में गिरने की घटना से डरे पाकिस्तान ने सालभर बाद फिर भारत से अपील की है कि वह ब्रह्मोस मिसाइल मामले में जॉइंट इन्वेस्टिगेशन में शामिल हो। वैसे भारत पहले भी इस मामले में साझा जांच से इनकार कर चुका है।
पाकिस्तान की खतरे में आ गई थी जान
ब्रह्मोस एक परमाणु मिसाइल है, जिसे रूस और भारत द्वारा मिलकर तैयार किया गया है। पाकिस्तान की वायुसेना दावा करती है कि पिछले साल यह भारतीय मिसाइल आवाज की गति से भी तीन गुना ज्यादा रफ्तार से 40 हजार फीट की हाइट पर उड़ती हुई उसके एयरस्पेस में दाखिल हो गई थी।पाकिस्तान की मिलिट्री की मानें तो इस मिसाइल की वजह से कई लोगों की जान खतरे में आ गई थी।
पाक मिलिट्री प्रतिक्रिया देती तो स्थिति बन सकती थी खतरनाक
उसका कहना है कि मिसाइल ने न केवल भारत-पाकिस्तान के एयरस्पेस में कई इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर खतरा पैदा कर दिया था बल्कि जानमाल को भी खतरे में डाल दिया था। पाकिस्तानी मीडिया का दावा है कि अगर पाकिस्तान की मिलिट्री इस पर प्रतिक्रिया देती तो फिर दोनों पड़ोसियों के बीच बहुत ही खतरनाक स्थिति पैदा हो सकती थी।
भारत ने दिया था ये जवाब
भारत ने इस घटना पर अफसोस जताया गया था। भारत ने कहा था कि रूटीन मेनटेनेंस के मौके पर हुई इस घटना पर उसे काफी अफसोस है। पाकिस्तान में इसे सिर्फ एक बहाना बताया गया और भारत के बयान की आलोचना की गई। वहीं भारतीय वायुसेना ने कहा कि इस घटना में शामिल ऑफिसर्स ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसिजर (SOP) को फॉलो नहीं किया है और उन्हें उनकी ड्यूटी से हटा दिया गया था। हालांकि भारत ने साझा जांच से इनकार कर दिया था। पाकिस्तान का कहना है कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों को तोड़ा है।
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