लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने जब से सत्ता छोड़ी है, तभी से वे सत्तारूढ़ शहबाज शरीफ सरकार के पीछे पड़े हुए हैं। वे लगातार सरकार के विरोध में रैलियां कर रहे हैं। एक रोड शो के दौरान उन पर जानलेवा हमला हुआ। इस कारण वे आगे रैलियां नहीं कर पाए। उन पर जेल जाने की तलवार भी लटकी। लेकिन वे सरकार का लगातार विरोध करते रहे हैं। हाल ही में उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने संघीय सरकार के खिलाफ सामूहिक गिरफ्तारियां दी थीं, अब उनकी पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं को रिहा कर दिया गया है।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के अधिकांश नेताओं और कार्यकर्ताओं को शनिवार को रिहा कर दिया गया। अदालत के आदेश के बाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में इन नेताओं और कार्यकर्ताओं को रिहा किया गया। इन्हें संघीय सरकार की विफलता के खिलाफ सामूहिक गिरफ्तारी आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए गिरफ्तार किया गया था।
पार्टी की ‘जेल भरो तहरीक’ के लिए पिछले महीने 600 से अधिक पीटीआई नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था। यह आंदोलन ‘मौलिक अधिकारों के उल्लंघन, संविधान के दुरुपयोग और देश में आर्थिक बदहाली’’ के खिलाफ था।
पीटीआई के उपाध्यक्ष और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, पूर्व वित्त मंत्री असद उमर, पंजाब के पूर्व राज्यपाल उमर सरफराज चीमा, सीनेटर आजम स्वाति और वलीद इकबाल जेल से रिहा किए गए प्रमुख नेताओं में शामिल थे। पीटीआई की याचिका पर शुक्रवार को लाहौर उच्च न्यायालय ने पार्टी के नेताओं को तत्काल रिहा करने का आदेश दिया था।
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