Highlights
- IHRF के बयान से इमरान खान के लिए राहत की उम्मीद की जा सकती है।
- इमरान पाकिस्तान सरकार पर लगातार काफी कड़ी भाषा में हमले कर रहे थे।
- इमरान का आरोप है कि उनके प्रवक्ता पर पुलिस ने यौन हमला किया है।
इस्लामाबाद: चारों तरफ से मुश्किलों से घिरे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के लिए एक वैश्विक संस्था की तरफ से राहत भरी खबर आई है। इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स फाउंडेशन (IHRF) ने कहा है कि पाकिस्तान में वर्तमान में जारी राजनीतिक संकट के बीच उसे सत्ता (शहबाज शरीफ सरकार) के दुरूपयोग की ‘भरोसेमंद रिपोर्ट’ मिली है। इस वैश्विक मानवाधिकार निगरानी निकाय ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के विरूद्ध देश के आतंकवाद निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किये जाने के बारे में खबर को रिट्वीट करते हुए अपना यह विचार सामने रखा।
‘हम सटीक सूचनाएं जुटा रहे हैं’
IHRF ने ट्वीट किया, ‘पाकिस्तान में सत्ता के दुरूपयोग की विश्वसनीय रिपोर्ट हमें मिली है। हम इस मुद्दे पर एक टास्क ग्रुप बना रहे हैं। क्या कुछ हुआ, उसके बारे में फिलहाल हम सटीक सूचनाएं जुटा रहे हैं। हम किसी भी सबूत या भरोसेमंद खबर का स्वागत करते हैं।’ संस्था ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘हम देखते हैं कि कैसे कई देश अनुचित कानून बनाते हैं, वे उन निर्दोष लोगों को आतंकवादी मानते हुए इन कानूनों को तैयार करते हैं जो सरकार के हितों से वैध असहमति रखते हैं। यह मानवाधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन है।’
25 अगस्त तक है इमरान को राहत
बता दें कि 69 वर्षीय इमरान पर रविवार को आतंकवाद निरोधक कानून के तहत केस दर्ज किया गया था। उनपर पिछले सप्ताह इस्लामाबाद में एक रैली में पुलिस, न्यायपालिका एवं अन्य सरकारी संस्थानों को धमकाने का आरोप है। सोमवार को इमरान ने इस मामले में गिरफ्तारी पूर्व जमानत का अनुरोध करते हुए इस्लामाबाद हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। उन्हें 25 अगस्त तक के लिए ट्रांजिट जमानत मिली है। पुलिस ने इमरान के प्रवक्ता शहबाज गिल को एक इंटरव्यू में कथित रूप से विवादास्पद टिप्पणी करने को लेकर 9 अगस्त को गिरफ्तार किया था।
इमरान के करीबी पर हुआ यौन हमला?
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर है कि शुक्रवार को जब इमरान ने वीडियो और तस्वीरों में गिल को अदालत और अस्पताल ले जाने के दौरान हांफते हुए देखा तब वह उनसे मिलने के लिए पाकिस्तान आयुर्विज्ञान संस्थान गये लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया। इमरान ने दावा किया था कि पुलिस हिरासत में गिल पर यौन हमला किया गया। उन्होंने निश्चय किया कि उनके सहयोगी का मानसिक एवं शारीरिक रूप से उत्पीड़न करने के लिए जो भी जिम्मेदार है, उसे वह इंसाफ के कठघरे तक लाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
इमरान खान के लिए कितनी राहत?
इमरान खान इन दिनों अपने सियासी करियर के सबसे बड़े संकटों में से एक का सामना कर रहे हैं। उनके ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है और पाकिस्तान के इतिहास को देखते हुए उनके भविष्य के बारे में कोई भी अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा है। हालांकि IHRF जैसी वैश्विक संस्थाओं के बयान का मजबूत देशों के लिए खास मतलब नहीं होता है, लेकिन आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान इस मामले में कोई रिस्क नहीं लेना चाहेगा। ऐसे में अगर आने वाले दिनों में इमरान के लिए थोड़ी राहत आती दिखे तो इस पर किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए।