Pakistan News: पाकिस्तान में राजनीतिक उथलपुथल जारी है। खासकर चुनावी नतीजे आने के बाद से यह और बढ़ गई है। किसी पार्टी को बहुमत न मिलने पर गठबंधन की सरकार बनना तय है। इसी बीच इमरान खान ने अमेरिका से गुहार लगाई है कि पाक में हालिया चुनावी धांधली पर कोई पहल करे। बड़ी बात यह है कि जिस इमरान खान ने अपनी सरकार जाने का जिम्मेदार अमेरिका को बताया था, वहीं इमरान अब अमेरिका से गुहार लगाते दिख रहे हैं। इससे भी बड़ी बात यह है कि पाकिस्तान के एक बड़े नेता ने खुद पाक आर्मी के बड़े लीडर्स पर इमरान खान की सरकार गिराने का आरोप लगाया है।
पाकिस्तान के अग्रणी दक्षिणपंथी नेता ने सेना के शीर्ष अधिकारियों पर 2022 में इमरान खान की सरकार गिराने का आरोप लगाया है। जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के मौलाना फजल-उर-रहमान ने बृहस्पतिवार रात ‘समा टीवी’ के कार्यक्रम के दौरान दावा किया, “पूर्व सेना प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) कमर जावेद बाजवा ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार को गिरा दिया था।
इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की दिलाई याद
पीटीआई के संस्थापक इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को याद करते हुए रहमान ने कहा, “पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी पीटीआई के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रही थी। अविश्वास प्रस्ताव के समय जनरल बाजवा और फैज हमीद हमारे संपर्क में थे।” उन्होंने दावा किया, “जनरल बाजवा, फैज हमीद ने सभी पार्टियों से ऐसा करने (अविश्वास प्रस्ताव लाने) के लिए कहा।”
'सेना को उसकी गलतियां बताने की जरूरत'
चैनल ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि रहमान ने एक सवाल के जवाब प्रस्तोता से कहा, “किसी को सेना के सामने खड़ा होना चाहिए और कहना चाहिए कि वह गलत कर रही है।” रहमान ने कहा, “विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक चीजें सुलझ नहीं जातीं, क्योंकि सेना का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं होता। इस विरोध के परिणामस्वरूप एक क्रांति होगी।”