अमेरिका और पाकिस्तान के संबंधों ने नया मोड़ लिया है। बराक ओबामा और डोनल्ड ट्रंप के समय दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भार के साथ जो करीबी संबंध अमेरिका के थे, जो बाइडन उस नीति से लगता है अलग चलने लगे हैं। वे भारत में आतंक फैलाने वाले देश पाकिस्तान को करोड़ों डॉलर की मदद कर रहे हैं।
बाइडन के बाने के बाद पाकिस्तान को दशकों से बंद अमेरिकी फंडिंग फिर शुरू होने वाली है। जो बाइडेन प्रशासन ने पाकिस्तान में शहबाज शरीफ के प्रधानमंत्री बनते ही अपने रुख को बदल दिया है। उन्होंने बराक ओबामा और डोनाल्ड ट्रंप की विदेश नीति के खिलाफ पाकिस्तान को अरबों डॉलर की सहायता देने का फैसला किया है।
अफगानिस्तान सीमा पार के हमलों को रोकने के बहाने दे रहा आर्थिक मदद
पिछले दिनों अमेरिका की यात्रा पर गए पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि अमेरिका, अफगानिस्तान से सीमा पार हमलों को रोकने के लिए पाकिस्तान की आर्थिक मदद करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते अमेरिकी कांग्रेस की अपनी यात्रा के दौरान दो वरिष्ठ सीनेटरों- न्यू जर्सी के बॉब मेनेंडेज और साउथ कैरोलिना के लिंडसे ग्राहम ने उन्हें बताया कि उन्होंने 2023 के बजट में सीमा सुरक्षा को लेकर फंडिग उपलब्ध करवाई है।
अमेरिका चाहता है पाक से मजबूत संबंध: बिलावल
पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, यह पैसा पाकिस्तान को समय-समय पर जारी किया जाएगा। सीनेटर बॉब मेनेंडेज विदेश संबंधों पर सीनेट समिति की अध्यक्षता करते हैं, वहीं सीनेटर ग्राहम एक वरिष्ठ रिपब्लिकन होने के साथ-साथ न्यायपालिका पर सीनेट समिति के प्रमुख हैं। बिलावल ने कहा कि इन दोनों वरिष्ठ सांसदों ने पाकिस्तान के साथ अमेरिका के मजबूत संबंधों पर भी जोर दिया। हालांकि बिलावल ने यह नहीं बताया कि यह पैसा कब जारी किया जाएगा।
भारत से संबंध सुधारने को लेकर क्या बोले बिलावल
भारत के साथ संबंधों को सुधारने में अमेरिकी मदद के बारे में सवाल पर बिलावल ने कहा कि सार्वजनिक बयानों के अलावा भारत का कोई जिक्र नहीं हुआ। इससे पहले 19 दिसंबर को वॉशिंगटन में एक प्रेस ब्रीफिंग में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान जैसे अफगानिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों ने हाल में ही पाकिस्तान में अपने हमले बढ़ाए हैं।
पाकिस्तान में लैंगिक समानता के लिए 200 मिलियन डॉलर देगा अमेरिका
बिलावल भुट्टो ने कहा कि अमेरिका अफगानिस्तान से हो रहे आतंकवादी हमलों का मुकाबला करने के लिए पाकिस्तान की मदद के लिए तैयार है। अमेरिकी कांग्रेस ने शुक्रवार को ही एक विझेयक पारित किया। इसमें पाकिस्तान में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए 200 मिलियन डॉलर अलग से आवंटित किया गया है। विधेयक में आतंकवाद का मुकाबला करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया है।
हालांकि ये भी सच है कि अमेरिका लैंगिक समानता के नाम पर आर्थिक मदद करे, बाढ़ से निपटने के लिए या फिर आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एफ 16 विमानों की मरम्मत के नाम पर पैसा दे। अमेरिका की मंशा साफ दिखती है कि वो पाकिस्तान को आर्थिक मदद करता है। जबकि पाकिस्तान इन पैसों का उ पयोग आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए करता है।