ढाका: बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 440 हो गई है। स्थानीय मीडिया में आई खबरों के मुताबिक शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से सोमवार को इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद हुई हिंसा की घटनाओं में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। हिंसा प्रभावित देश में सेना स्थिति को नियंत्रित करने में जुटी हुई है। ‘बीडीन्यूज24 डॉट कॉम’ समाचार पोर्टल ने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ने के बावजूद मंगलवार को स्थिति सामान्य होने के संकेत मिले, पुलिस और सेना सड़कों पर गश्त कर रही है। पोर्टल ने कहा कि सोमवार को अशांति और रातभर के तनावपूर्ण हालात के बाद ढाका में मंगलवार सुबह स्थिति शांत रही। रिपोर्ट के अनुसार, बस और अन्य सार्वजनिक वाहन सड़कों पर नजर आए और स्थानीय दुकानदारों ने भी अपनी दुकानें खोलीं।
24 लोगों की जिंदा जलकर हुई मौत
बांग्लादेश में एक इंडोनेशियाई नागरिक सहित कम से कम 24 लोगों को भीड़ ने होटल में जिंदा जला दिया। यह घटना उस समय हुई जब शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद देश छोड़कर चली गईं। स्थानीय पत्रकारों और अस्पताल सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सोमवार देर रात भीड़ ने जोशोर जिले में जिला अवामी लीग के महासचिव शाहीन चक्कलदर के स्वामित्व वाले जाबिर इंटरनेशनल होटल में आग लगा दी, जिसमें 24 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। इस घटना में मरने वाले ज्यादातर होटल में ठहरे लोग थे।
जमकर हुई हिंसा
ढाका के एक स्थानीय पत्रकार ने 'पीटीआई भाषा' को फोन पर बताया, "मृतकों में एक इंडोनेशियाई नागरिक भी शामिल है।" उन्होंने कहा कि जोशोर जनरल अस्पताल के चिकित्सकों ने पुष्टि की है कि उन्होंने 24 शव की गिनती की है, जबकि जीवित बचे होटल कर्मचारियों को डर है कि मलबे में और भी शव हो सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अवामी लीग सरकार का विरोध करने वाली उग्र भीड़ ने होटल के भूतल पर आग लगा दी और यह शीघ्र ही ऊपरी मंजिलों तक फैल गई। पूरे बांग्लादेश से लगभग एक जैसी खबरें आईं हैं और वहां गुस्साई भीड़ ने अवामी लीग के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं के आवासों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में एकसाथ तोड़फोड़ की।
देश के कई हिस्सों में फैली हिंसा
बांग्ला भाषा के दैनिक समाचार पत्र ‘प्रथम आलो’ ने मंगलवार को बताया कि सोमवार को ढाका सहित देश के विभिन्न हिस्सों में हुई झड़पों में कम से कम 109 लोग मारे गए। इससे पहले, समाचार पत्र ने रविवार दोपहर 12 बजे तक 98 लोगों की मौत होने की सूचना दी थी और रविवार आधी रात को 16 और लोगों की जान जाने की सूचना मिली। उसने बताया कि रविवार को कुल 114 लोगों की मौत हुई। समाचार पत्र ने कहा, ‘‘इसके साथ ही 16 जुलाई से कल तक 21 दिन में हिंसा में जान गंवाने वालों की कुल संख्या 440 हो गई है।’’ उसने कहा कि सोमवार को सुबह 11 बजे से रात आठ बजे के बीच 37 शव ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाए गए। समाचार पत्र ने अस्पताल सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि 500 घायलों को अस्पताल लाया गया, जिनमें से कई को गोलियां लगी थीं। (भाषा)
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