ढाका: बांग्लादेश में सैन्य स्तर पर बड़ा फेरबदल किया गया है। पूर्व पीएम शेख हसीना के करीबी और मेजर जनरल जियाउल अहसन को सेवा से मुक्त कर दिया गया है। बांग्लादेश सेना के शीर्ष रैंकों में ये फेरबदल किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
बांग्लादेश मीडिया के हवाले से सामने आई जानकारी के मुताबिक, बांग्लादेश में एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी बर्खास्त हुआ है। यहां 7 वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों का तबादला हुआ है और मेजर जनरल जियाउल अहसन को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद सैफुल आलम को विदेश मंत्रालय में स्थानांतरित किया गया है। लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद मुजीबुर रहमान को जनरल ऑफिसर कमांडिंग, सेना प्रशिक्षण और सिद्धांत कमान के रूप में स्थानांतरित किया गया। लेफ्टिनेंट जनरल अहमद तबरेज़ शम्स चौधरी को क्वार्टर मास्टर जनरल नियुक्त किया गया है।
लेफ्टिनेंट जनरल मिज़ानुर रहमान शमीम जनरल स्टाफ के प्रमुख बने हैं। लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद शाहीनुल हक को एनडीसी के कमांडेंट के रूप में नियुक्त किया गया है और मेजर जनरल ए एस एन रिजवानुर रहमान को एनटीएमसी के महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है।
राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने भंग की संसद
इससे पहले खबर सामने आई थी कि राष्ट्रपति मोहम्मद शाहबुद्दीन ने संसद को भंग कर दिया है। साथ ही देश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को भी रिहा कर दिया गया है। मंगलवार को बांग्लादेश में प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने 3 बजे तक संसद भंग करने का अल्टीमेटम दिया था।
इसके अलावा, एक जुलाई से अगस्त के बीच गिरफ्तार किए गए लोगों को रिहा करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और कई लोगों को पहले ही रिहा किया जा चुका है। संसद को भंग करने के राष्ट्रपति के कदम ने देश में नए सिरे से चुनाव कराए जाने का रास्ता साफ कर दिया है।
शेख हसीना के बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से सोमवार को इस्तीफा देने और देश छोड़कर चले जाने के बाद वहां पैदा हुई अराजकता के बीच देशभर में हिंसा की घटनाओं में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। कई समाचार रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।