Bangladesh Political Crisis: भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हालात तेजी से बदल रहे हैं। शेख हसीना ने बांग्लादेश के पीएम पद से इस्तीफा देते हुए मुल्क भी छोड़ दिया है। बांग्लादेश में जारी सियासी संकट के बीच दुनियाभर के मुल्कों ने चिंता जताई है। इसी क्रम में ब्रिटेन ने बांग्लादेश में लोकतंत्र बहाल करने के लिए ‘‘त्वरित कार्रवाई’’ की अपील की है। इस बीच बांग्लादेश में बने हालातों को लेकर भारत भी पूरी तरह से सतर्क है।
ब्रिटेन ने क्या कहा
ब्रिटेन की प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब शेख हसीना भारत पहुंची हैं और उनके ब्रिटेन से शरण मांगने की खबरें सामने आई हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के प्रवक्ता ने ‘10 डाउनिंग स्ट्रीट’ में संवाददाताओं से कहा कि वह (स्टार्मर) हाल के हफ्तों में बांग्लादेश में हुई हिंसा से बहुत दुखी हैं। बांग्लादेश की स्थिति पर एक सवाल के जवाब में प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि लोकतंत्र बहाली के लिए त्वरित कार्रवाई की जाए और बांग्लादेश में लोगों की सुरक्षा की दिशा में तेजी से कदम उठाए जाएं।’’
लोकतांत्रिक पथ पर आगे बढ़े बांग्लादेश
जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि देश में अशांति के बीच जरूरी है कि बांग्लादेश अपने लोकतांत्रिक पथ पर आगे बढ़े। यूरोपीय संघ ने बांग्लादेश में तोकतांत्रिक शासन के लिए व्यवस्थित और शांतिपूर्व परिवर्तन का आह्वान किया है।
रूस और श्रीलंका ने क्या कहा
श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबी ने एक्स पर एक बयान में कहा, 'हम बांग्लादेशी राष्ट्र की लचीलापन और एकता में विश्वास करते हैं और शांति और स्थिरता की जल्द उम्मीद करते हैं।' रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा, 'मॉस्को बांग्लादेश में आंतरिक राजनीतिक प्रक्रियाओं की संवैधानिक तरीके से शीघ्र वापसी की उम्मीद करता है।'
भारत है सतर्क
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद भारत सतर्क है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को एक सर्वदलीय बैठक में बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी और सभी दलों के सर्वसम्मत समर्थन के लिए उनकी सराहना की। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में जयशंकर ने संसद भवन में हुई बैठक की तस्वीरें भी साझा कीं। विदेश मंत्री ने लिखा, “आज संसद में एक सर्वदलीय बैठक में बांग्लादेश के हालिया घटनाक्रमों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान जताए गए सर्वसम्मत समर्थन और तालमेल के लिए सभी दलों की सराहना करता हूं।”
नेपाल ने बढ़ाई चौकसी
नेपाल ने हिंसा प्रभावित बांग्लादेश के नागरिकों की संभावित घुसपैठ की आशंका के चलते भारत से लगती अपनी सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है। नेपाल में पुलिस ने बताया कि बांग्लादेश के हालात के मद्देनजर गृह मंत्रालय ने सुरक्षा एजेंसियों को अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्रों से अनधिकृत प्रवेश को रोकने के लिए सीमा पर उच्च सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है।
अमेरिका की है बारीक नजर
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा है कि अमेरिका बांग्लादेश के हालात पर करीबी नजर रख रहा है और वह देश में हिंसा समाप्त करने तथा पिछले कुछ हफ्तों में हुई मौतों के लिए जवाबदेही तय करने का आह्वान करता है। उन्होंने कहा, “अंतरिम सरकार के संबंध में सभी फैसले लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन और बांग्लादेशी लोगों की इच्छा का सम्मान करते हुए किए जाने चाहिए।”
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