Highlights
- बांग्लादेश में हिंदू श्रद्धालुओं से भरी नाव पलटी
- श्रद्धालुओं को बोदेश्वरी मंदिर ले जा रही थी नौका
- घटना बांग्लादेश के पंचगढ़ जिले में हुई
Bangladesh News: पश्चिमोत्तर बांग्लादेश में रविवार को कोरोटा नदी में हिंदू श्रद्धालुओं को बोदेश्वरी मंदिर ले जा रही एक नौका पलट गई। इस नौका में सवार कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन से अधिक लापता हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह घटना बांग्लादेश के पंचगढ़ जिले में उस समय हुई, जब श्रद्धालु महालया (दुर्गा पूजा उत्सव की शुरुआत) के मौके पर नाव में सवार होकर बोदेश्वरी मंदिर जा रहे थे।
मरने वालों में आठ नाबालिग बच्चे शामिल
पंचगढ़ के बोडा उप-जिले के प्रशासनिक प्रमुख सोलेमान अली ने संवाददाताओं से कहा, “नाव पलटने की घटना में लगभग 24 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में आठ नाबालिग बच्चे और 12 महिलाएं शामिल हैं। स्थानीय अस्पताल लाए जाने के बाद उनमें से कुछ लोगों को मृत घोषित कर दिया गया।” उन्होंने बताया कि दमकलकर्मी और स्थानीय गोताखोर लापता लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि नाव में 70 से 80 यात्रियों के सवार होने का अनुमान है।
नाव में क्षमता से अधिक सवार थे यात्री
अली ने कहा कि इंजन से चलने वाली नाव श्रद्धालुओं को दुर्गा पूजा उत्सव के मौके पर सदियों पुराने बोदेश्वरी मंदिर में ले जा रही थी। पंचगढ़ के उपायुक्त या प्रशासनिक प्रमुख जहूरुल हक ने कहा कि नाव में क्षमता से अधिक यात्री सवार थे। रविवार से बांग्लादेश में शुरू हुई दुर्गा पूजा के दौरान मुस्लिम बहुल बांग्लादेश में हर साल हजारों हिंदू बोदेश्वरी मंदिर के दर्शन के लिए जाते हैं। बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हमीद और प्रधानमंत्री शेख हसीना ने रविवार की घटना पर शोक व्यक्त किया। इस बीच, स्थानीय अधिकारियों को जीवित लोगों के इलाज और मृतकों के मुआवजे के लिए तत्काल कदम उठाने को कहा गया।
लेबनान से प्रवासियों को ले जा रही नौका डूबी
इससे पहले शनिवार को खबर आई थी कि लेबनान के प्रवासियों को ले जारी एक नौका के सीरिया के अपतटीय क्षेत्र में डूब गई थी जिसमें मरने वालों की संख्या बढ़कर 73 पहुंच गई। सरकारी टीवी ने सीरिया के स्वास्थ्य मंत्री के हवाले से शुक्रवार को यह जानकारी दी थी। सीरियाई अधिकारियों ने कहा है कि पीड़ितों के परिवार के कुछ सदस्यों ने पड़ोसी लेबनान से सीरिया आना शुरू कर दिया है ताकि वे अपने प्रियजनों की शिनाख्त में मदद कर सकें।