इस्लामाबाद: भारत से रार ठानने वाले बांग्लादेश का झुकाव अब पाकिस्तान और चीन जैसे देशों की ओर होने लगा है। मौका देखकर पाकिस्तान भी बांग्लादेश को गले लगाने को तैयार है। पाकिस्तान के अंदर बांग्लादेश के प्रति पनमा यह प्यार बेवजह नहीं है, बल्कि इसके पीछे रणनीतिक और कूटनीतिक कारण हैं, जिस पर आगे हम चर्चा करेंगे। मगर पहले आपको बता दें कि पाकिस्तान बांग्लादेश से अपनी नजदीकी बढ़ाने के लिए हरसंभव वह उपाय कर रहा है, जो उसे करना चाहिए। इधर बांग्लादेश भी पाकिस्तान के लिए बांहे फैलाये खड़ा है। ऐसे में पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार जल्द ही बांग्लादेश का दौरा करने वाले हैं।
इशाक डार ने घोषणा की है कि वह फरवरी में बांग्लादेश की यात्रा करेंगे। यह 2012 के बाद किसी पाकिस्तानी मंत्री की पहली बांग्लादेश यात्रा होगी। डार ने यह घोषणा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के बीच काहिरा में पिछले महीने डी-8 शिखर सम्मेलन से इतर हुई मुलाकात के कुछ सप्ताह बाद की है। वहां वह बांग्लादेश सरकार के कार्यवाहक मोहम्मद यूनुस से मुलाकात कर दोनों देशों के रिश्ते सुधारने पर बात करेंगे।
12 साल बाद बांग्लादेश की यात्रा करेंगे पाकिस्तान के विदेश मंत्री
मीडिया में प्रकाशित खबरों में कहा गया है कि डार एक दशक से अधिक समय में ढाका की यात्रा करने वाले पाकिस्तान के पहले विदेश मंत्री होंगे। इससे पहले, हिना रब्बानी खार 2012 में ढाका की यात्रा करने वाली पाकिस्तान की आखिरी विदेश मंत्री थीं। डार ने बृहस्पतिवार को इस्लामाबाद में पत्रकार वार्ता में कहा कि वह पांच फरवरी को या उसके बाद ढाका की यात्रा पर रवाना होंगे। (भाषा)
शेख हसीना के अपदस्थ होने के बाद भारत से बिगड़े रिश्ते
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के अपदस्थ होते ही ढाका ने भारत के साथ अपने रिश्तों को खराब कर लिया है। बांग्लादेश में जानबूझकर अल्पसंख्यक हिंदूओं को टारगेट किया जा रहा है। हिंदुओं की हत्याएं हो रही हैं। हिंदू महिलाओं का बलात्कार हो रहा है। उनके घरों, दुकानों को जलाया जा रहा है। जबरन उनसे धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है।