इजरायल की राजधानी येरूशलम फिलस्तीनी हमलावरों के द्वारा हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। शनिवार को एक फलस्तीनी किशोर हमलावर ने गोलीबारी की, जिसमें कम से कम दो लोग घायल हुआ हैं। इससे एक दिन पहले ही एक यहूदी मंदिर के बाहर एक अन्य हमलावर ने सात लोगों को मार डाला था। बताया जा रहा है कि साल 2008 के बाद से शहर में यह सबसे घातक हमला था। यह घटना ऐसे समय हुई है जब एक दिन बाद ही अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन येरूशलम क्षेत्र का दौरा करने वाले हैं।
हमले में घायल हुए पिता और पुत्र
शनिवार को हुए इस हमले के बारे में बताते हुए अधिकारियों ने बताया कि पूर्वी येरूशलम के सिलवान इलाके में आज यह गोलीबारी हुई जिसमें 47 वर्षीय एक व्यक्ति और 23 वर्षीय उसका पुत्र घायल हो गया। उन्होंने बताया कि दोनों पूरी तरह होश में हैं और उनकी स्थिति थोड़ी गंभीर है। पुलिस ने कहा कि उन्होंने जवाबी कार्रवाई कर 13 वर्षीय हमलावर को हिरासत में ले लिया और उसे घायल दशा में अस्पताल ले जाया गया। हमलावर की स्थिति के बारे में कुछ नहीं बताया गया है।
शुक्रवार को गोलीबारी में हुई थी 7 लोगों की मौत
वहीं इससे पहले 27 जनवरी शुक्रवार की रात येरूशलम के एक यहूदी मंदिर में एक फिलिस्तीनी युवक ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 10 लोग ज़ख्मी हो गए। जिसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए इज़रायली पुलिस ने फायरिंग करने वाले युवक को मार गिराया। इस घटनाकांड के बाद गाजा में फलस्तीनी लोगों ने इस हमले का जश्न मनाया। माना जा रहा है कि इस गोलीकांड के बाद इजरायल की सरकार बड़ी कार्रवाई कर सकती है। वहीं इससे पहले 26 जनवरी को वेस्ट बैंक के एक रिफ़्यूज़ी कैंप पर इज़रायली सुरक्षाबलों ने छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान हुई झड़पों में 9 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद येरूशलम में इजरायल की सेना ने सुरक्षा बेहद ही सख्त कर दी है। सेना ने घटना स्थल पर जांच शुरू कर दी है।
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