ब्यूनस आयर्स: अर्जेंटीना ने हमास को आतंकी समूह घोषित करते हुए वित्तीय संपत्तियां जब्त करने का आदेश दिया है। राष्ट्रपति जेवियर माइली अर्जेंटीना को अमेरिका और इजराइल के साथ मजबूती से जोड़ना चाहते हैं। उस दिशा में इसे बहुत हद तक एक सांकेतिक कदम माना जा रहा है। माइली के कार्यालय ने पिछले सात अक्टूबर को इजराइल में फलस्तीनी समूह द्वारा किए गए हमले का हवाला देते हुए यह घोषणा की। यह हमला इजराइल के 76 साल के इतिहास में सबसे घातक हमलों में से एक था। बयान में, हमास से ईरान के घनिष्ठ संबंधों का भी उल्लेख किया गया है, जिसे अर्जेंटीना देश में यहूदी स्थलों पर दो घातक आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार ठहरा रहा है।
हमास का आरोप
इस बीच बता दें कि, इजराइल लगातार हमास के आतंकियों को निशाना बना रहा है। गाजा में 70 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं। इस घटना को लेकर हमास के एक अधिकारी ने इजराइल पर योजनाबद्ध तरीके से लोगों का नरसंहार करने का आरोप लगाया है। हमास सरकार मीडिया कार्यालय के महानिदेशक इस्माइल अल-थवाब्ता ने दावा किया कि इजराइली सेना ने पूर्वी गाजा शहर में हजारों फलिस्तीनियों को पश्चिमी और दक्षिणी इलाकों में जाने के लिए निर्देशित किया और उनके पहुंचने पर उन पर गोलियां चला दीं।
गाजा सिटी खाली करने का आदेश
गौरतलब है कि, इजराइली सेना ने सभी फलस्तीनियों को ‘गाजा सिटी’ को खाली कर दक्षिण की ओर जाने का आदेश दिया है। इजराइली सेना ने युद्धग्रस्त क्षेत्र के उत्तर, दक्षिण और मध्य में नए सिरे से हमले शुरू किए हैं जिनमें दर्जनों लोग मारे गए हैं। इजराइली सेना ने शहर में पर्चे गिराए, जिनमें लोगों से दक्षिण की ओर जाने का आह्वान किया गया और कहा गया, ‘‘गाजा सिटी एक खतरनाक युद्ध क्षेत्र बना रहेगा।’’ (एपी)
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