इस्लामाबाद: पाकिस्तान में संसद भंग होने के बाद लंबे समय से कयास लगाए जा रहे थे कि कौन होगा पाकिस्तान का कार्यवाहक प्रधानमंत्री। कई नाम निकलकर सामने आए। इसके बाद अनवार-उल-हक काकड़ का नाम फाइनल हुआ। उन्होंने ही सोमवार को पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री के पद की शपथ ली। पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त किए गए अनवार-उल-हक काकड ने कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त किए जाने के बाद संसद के उच्च सदन सीनेट की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया।
राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने राष्ट्रपति भवन ‘ऐवान-ए-सदर’ में आयोजित कार्यक्रम में काकड़ को शपथ दिलाई। वह देश के आठवें अंतरिम प्रधानमंत्री बने हैं। शपथ ग्रहण करने से पहले, काकड़ ने संसद के उच्च सदन सीनेट की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। सीनेट के अध्यक्ष सादिक संजरानी ने सोमवार को काकड़ का इस्तीफा स्वीकार कर लिया। एक दिन पहले काकड़ ने सीनेट की सदस्यता और बलूचिस्तान अवामी पार्टी से इस्तीफा दिया था, जिसकी 2018 में उन्होंने स्थापना की थी।
पाकिस्तान की सेना के काफी करीबी हैं काकड़
‘जियो न्यूज’ की खबर के अनुसार काकड़ ने अपने पद से इसलिए इस्तीफा दिया, क्योंकि वह निष्पक्ष अंतरिम प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। काकड़ (52) बलूचिस्तान के पश्तून समुदाय से हैं और बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) के सदस्य थे। बीएपी को देश के शक्तिशाली सैन्य प्रतिष्ठान का करीबी माना जाता है। काकड़ वर्ष 2018 में सीनेट के लिए चुने गए और काफी सक्रिय राजनेता रहे हैं। उच्च सदन के लिए चुने जाने से पहले उन्होंने बलूचिस्तान प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता के रूप में भी काम किया। अनवारुल बलूचिस्तान के रहने वाले हैं। इससे पूर्व पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने शहबाज शरीफ और विपक्ष के निवर्तमान नेता राजा रियाज को कार्यवाहक प्रधानमंत्री के नाम को शनिवार तक तय करने को लेकर निर्देश जारी किया था।
9 अगस्त को भंग हो गई थी नेशनल असेंबली
बता दें कि 9 अगस्त को पाकिस्तान में नेशनल असेंबली भंग हो गई थी। इसके बाद नए कार्यवाहक प्रधानमंत्री के नाम को तय करने के लिए शहबाज शरीब और राजा रियाज ने कई बार बैठक की। शहबाज शरीफ ने इस्लामाबाद में कहा था कि वह और राजा रियाज 12 अगस्त तक इस पद के लिए आपस में रजामंदी कर लेंगे। उन्होंने कहा कि कार्यवाहक पीएम को चुनने को लेकर अंतिम फैसला लेने से पहले गठबंधन के साझेदारों से भी चर्चा की जाएगी और उन्हें विश्वास में लिया जाएगा। इन सभी चर्चाओं के बीच काकड़ का नाम बाद में फाइनल हुआ और अंतत: सोमवार को उन्होंने पाकिस्तान के कार्यवाहक पीएम पद की शपथ ली।