रियाद: अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सोमवार को पश्चिम एशिया की अपनी यात्रा शुरू कर दी है। करीब छह महीने पहले इजराइल-हमास युद्ध के शुरू होने के बाद से इस क्षेत्र का यह उनका सातवां राजनयिक मिशन है जिसमें वह इजराइल की यात्रा भी करेंगे। हमास द्वारा बीते साल सात अक्टूबर को इजराइल पर किए गए घातक हमले के बाद से युद्ध जारी है। इसमें 34,000 से अधिक फलस्तीनी मारे जा चुके हैं, हजारों लोग विस्थापित हुए हैं और गाजा में मानवीय संकट गहरा रहा है।
इजराइल-हमास युद्ध विराम पर बनेगी बात?
ब्लिंकन की यात्रा पश्चिम एशिया में संघर्ष की स्थिति को लेकर नए सिरे से सामने आईं चिंताओं के बीच हो रही है। अमेरिका के विदेश मंत्री इस यात्रा में इजराइल-हमास युद्ध विराम, गाजा के लिए मानवीय सहायता, गाजा के भविष्य और इजराइल-सऊदी अरब के रिश्तों को सामान्य करने पर बातचीत कर सकते हैं। ब्लिंकन अपनी इस यात्रा में सऊदी अरब, जॉर्डन और इजराइल का दौरा करेंगे। उनकी इस यात्रा से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रविवार को फोन पर इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की।
अमेरिका ने साफ किया रुख
बाइडन और नेतन्याहू के बीच हुई बात को लेकर ‘व्हाइट हाउस’ ने बयान जारी किया है। बयान में बताया गया है कि रफह शहर पर हमला करने की इजराइल की योजना के बीच बाइडन ने अपने ‘‘स्पष्ट रुख’’ को दोहराया है। रफह में 10 लाख से अधिक फलस्तीनियों ने शरण ली है और दुनिया भर के देशों ने इजराइल के आक्रमण की इस योजना को लेकर चिंता व्यक्त की है। अमेरिका ने भी मानवीय आधार पर हमले का विरोध किया है। इस बीच इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध को लेकर दुनियाभर में प्रदर्शन हुए हैं। हिंसा की आंच अमेरिका में कॉलेजों के परिसरों तक पहुंच गई है। इजराइल के लिए अमेरिका के समर्थन की आलोचना भी हो रही है। (एपी)
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