यरूशलम: गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की पश्चिम एशिया की नौवीं यात्रा समाप्त हो गई, लेकिन इस दौरान इजराइल और हमास के बीच संघर्ष-विराम समझौता नहीं हो सका। हमास और इजराइल द्वारा चुनौतियां बरकरार रहने के संकेत दिए जाने के बीच ब्लिंकन ने मंगलवार को कहा कि समझौते को इसी ‘‘समय करना बहुत महत्वपूर्ण है।’’ ब्लिंकन ने सहयोगी मध्यस्थ देशों मिस्र और कतर में बैठकों के बाद कहा कि चूंकि, इजराइल ने हमास के साथ मतभेदों को पाटने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है, इसलिए अब ‘‘हमास को साथ लाने’’ के लिए हर संभव प्रयास करने और यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित है कि दोनों पक्ष समझौते के कार्यान्वयन संबंधी मुख्य बिंदुओं पर सहमत हों।
बढ़ गई है जंग की आशंका
ब्लिंकन ने कतर से जाने से पहले पहले संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारा संदेश सरल, स्पष्ट और अत्यावश्यक है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें संघर्ष-विराम और बंधकों की रिहाई संबंधी समझौते को अंतिम रूप देने की आवश्यकता है, और हमें इसे अभी करना होगा। इसे इसी समय करना अहम है।’’ ईरान और लेबनान में हमास और हिजबुल्ला के दो शीर्ष कमांडरों की हाल में निशाना बनाकर हत्या किए जाने से समझौते की आवश्यकता और बढ़ गई है। दोनों कमांडरों की हत्या के पीछे इजराइल का हाथ बताया जा रहा है। दूसरी ओर, ईरान और हिजबुल्ला ने दोनों कमांडर की मौत का बदला लेने का संकल्प लिया है, जिससे पश्चिम एशिया में जारी तनाव के पूर्ण युद्ध में तब्दील होने की आशंका बढ़ गई है।
हमास ने क्या कहा?
हमास ने मंगलवार को कहा कि यह प्रस्ताव उसके द्वारा पहले जताई गई सहमति के विपरीत है। उसने अमेरिका पर इजराइल की नई शर्तों को स्वीकार करने का आरोप लगाया। इस पर अमेरिका की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। मिस्र में बैठकें करने से पहले ब्लिंकन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से भी मुलाकात की। ब्लिंकन और नेतन्याहू के बीच बैठक के बीच इजराइली सेना ने कहा कि उसे हमास द्वारा बंधक बनाए गए छह लोगों के शव मिले हैं। माना जाता है कि बंधकों में से लगभग 110 लोग अब भी गाजा में हैं, जबकि इजराइली अधिकारियों का कहना है कि उनमें से लगभग एक-तिहाई की मौत हो चुकी है।
हमास ने किया था हमला
इजराइल पर बीते साल सात अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने हमला किया था। इस हमले में लगभग 1,200 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें अधिकतर आम नागरिक शामिल थे और लगभग 250 लोगों को अगवा कर लिया गया था। नवंबर में एक हफ्ते के संघर्ष-विराम के दौरान 100 से ज्यादा बंधकों को रिहा किया गया था। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइल के जवाबी हमलों में 40,000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं। गाजा के 23 लाख से अधिक निवासियों में से अधिकतर विस्थापित हो चुके हैं और वहां भारी मानवीय तबाही मची है। (एपी)
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