Iran: ईरान में एक बार फिर पवित्र मस्जिद पर हमला किया गया है। इससे पहले भी ईरान में मस्जिद पर हमला हुआ था। शिया बहुल देश ईरान में मस्जिद पर हमले के बाद लोगों में आक्रोश है। ईरान के दक्षिण शहर शिराज में एक बार फिर से पवित्र शाह चिराग मस्जिद पर हमला हुआ है। एक साल से कम समय के अंदर इस दूसरे हमले ने हर किसी को चौंका दिया है। यह शिया मुसलमानों के लिए सबसे पवित्र जगह है। बताया जा रह है कि रविवार रात एक बंदूकधारी ने यहां पर गोलीबारी की शिया मुस्लिमों की सबसे पवित्र जगह पर यह हमला हुआ है। इस घटना में एक शख्स की मौत हो गई है। वहीं 8 लोगों के घायल होने की खबर है। हमला ईरान में फारस प्रांत की राजधानी की मस्जिद में हुआ है। हालांकि हमला किसा मंशा से किया गया है, ऐसी कोई जानकारी अधिकारियों की ओर से अभी नहीं आई है।
शियाओं के लिए अहम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शाह चिराग शिया अनुयायियों के लिए तो महत्वपूर्ण है ही। साथ ही यह अपनी गुंबददार मस्जिद और इस्लाम धर्म के एक प्रमुख सदस्य की मजार की वजह से भी आकर्षण का केंद्र रहता है। हालांकि, ईरान को पहले भी इस्लामिक स्टेट (आईएस) के सुन्नी चरमपंथियों के हमलों का सामना करना पड़ा है, जो शियाओं को काफिर मानते हैं। पश्चिम के साथ तनाव के बीच ईरान को भी अशांति और आर्थिक उथल-पुथल का सामना करना पड़ रहा है। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी आईआरएनए फारस प्रांत में सुरक्षा मामलों के डिप्टी गवर्नर इस्माइल क्यूजेलसोफला के हवाले से हताहतों की जानकारी दी।
अक्टूबर 2022 में भी हुआ था हमला
फारस सूबे के गवर्नर मोहम्मद हादी इमानीह ने ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल को बताया कि एक अकेले बंदूकधारी ने हमले को अंजाम दिया और बाद में सुरक्षा बलों ने उसे हिरासत में ले लिया। उन्होंने अपनी संक्षिप्त टिप्पणियों में हमले के पीछे के मकसद के बारे में नहीं बताया। शाह चिराग ईरान के पांच शीर्ष शिया धार्मिक स्थलों में से एक है। इससे पहले, अक्टूबर 2022 में भी शाह चिराग पर हमला हुआ था, जिसमें 13 लोग मारे गए थे।
ISIS ने ली जिम्मेदारी
ISIS ने अपनी अमाक वेबसाइट के जरिए एक वीडियो जारी किया और हमले की जिम्मेदारी ली है। जो वीडियो आए हैं उनमें लोगों को मंदिर के बाहर डर के मारे भागते और अपनी दुकानें बंद करते हुए देखा जा सकता है। वहीं फोटोग्राफ्स में दीवारों और खिड़कियों में गोलियों के छेद और जमीन पर खून के धब्बे आसानी से देखे जा सकते हैं।