Pakistan News: पाकिस्तान में भारत विरोधी कुख्यात आतंकियों की शामत आ चुकी है। पाकिस्तान वैसे तो खुद ही कभी अपने पाले आतंकियों के हमलों का सामना कर रहा है। वहीं भारत विरोधी आतंकियों की भी जान जा रही है। इन आतंकवादियों की हत्या अज्ञात बंदूकधारी कर रहे हैं। जिनकी खोज पाकिस्तान पुलि अब तक नहीं कर पाई है। ताजा मामले में इन्हीं अज्ञात बंदूकधारियों ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) सरगना हाफिज सईद के करीबी माने जाने वाले आतंकवादी अबू कासिम को मार गिराया है। अबू कासिम को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के रावलकोट में एक मस्जिद के अंदर गोली मारी गई। इस हमले ने पाकिस्तान के भीतर सक्रिय आतंकवादी संगठनों से बढ़ती आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
भारत में कई आतंकी हमलों के लिए था जिम्मेदार
अबू कासिम कई आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार था। वह जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों के खिलाफ कई हाई प्रोफाइल हमलों में शामिल था। इतना ही नहीं, वह पीओके से लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को लॉन्च पैड के जरिए जम्मू और कश्मीर में दाखिल कराता था। वह उन आतंकवादियों के रहने, खाने-पीने और पैसों का इंतजाम भी करता था। कासिम स्थानीय युवाओं को लश्कर में भर्ती करने के काम में भी शामिल था। उसे इसके लिए पाकिस्तान से पैसे मिलते थे। भारतीय सुरक्षा एजेंसियां काफी समय से अबू कासिम की तलाश कर रही थीं।
हाफिज सईद का था करीबी
लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक और जमात-उद-दावा (जेयूडी) का प्रमुख हाफिज सईद मारे गए आतंकवादी अबू कासिम को काफी भरोसेमंद मानता था। अबू कासिम पाकिस्तान में बेहद लो प्रोफाइल में रहता था, ताकि कोई उसकी पहचान न कर सके। इसके बावजूद हमलावर कई दिनों से अबू कासिम के पीछे पड़े हुए थे। पाकिस्तान में एक-एक कर आतंकवादियों का सफाया हो रहा है। पिछले महीने ही 12 अगस्त को हाफिज सईद के एक और करीबी खालिद सैफुल्लाह को अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी। गनीमत रही कि सैफुल्लाह जिंदा बच गया।