Highlights
- ऐंकर इमरान पाकिस्तान के पूर्व पीएम के बड़े समर्थकों में गिने जाते हैं।
- इमरान को पुलिस ने इस्लामाबाद के बाहरी इलाके से गिरफ्तार किया।
- ऐंकर इमरान पाकिस्तान के सबसे मशहूर पत्रकारों में से एक हैं।
Anchor Imran Khan arrested: पाकिस्तान इन दिनों कई मोर्चों पर मुश्किलों से जूझ रहा है। एक तरफ जहां इस मुल्क की अर्थव्यवस्था तबाही की तरफ बढ़ रही है, वहीं राजनीतिक मोर्चे पर भी हालात बद से बदतर ही हुए हैं। इस बीच पाकिस्तान में एक जाने-माने पत्रकार की गिरफ्तारी पर भी बवाल मचा हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का खुलकर सपोर्ट करने वाले पत्रकार इमरान रियाज खान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इमरान पाकिस्तानी मीडिया का एक जाना-पहचाना नाम हैं और देश के सबसे मशहूर न्यूज ऐंकरों में गिने जाते हैं।
सेना पर सवाल उठाते रहे हैं ऐंकर इमरान
इमरान रियाज खान के साथ काम करने वाले लोगों ने बताया कि पुलिस ने उन्हें मंगलवार को इस्लामाबाद के बाहरी इलाके से गिरफ्तार किया है। अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि पुलिस ने उन्हें किन आरोपों के तहत गिरफ्तार किया है। बता दें कि कुछ हफ्ते पहले ही एक कोर्ट ने इमरान और कुछ अन्य पत्रकारों को गिरफ्तार न करने का आदेश दिया था। वह पिछले काफी समय से इमरान खान का जमकर समर्थन करते रहे हैं और पाकिस्तानी आर्मी पर सवाल उठाते रहे हैं।
‘छोड़ें न छोडें, मैं अपना काम करता रहूंगा’
ऐंकर इमरान पर पिछले दिनों सेना के खिलाफ नफरत पैदा करने के आरोप में शिकायतें दर्ज करायी गयी थीं। इस बीच एक वीडियो सामने आया है जिसमें ऐंकर इमरान जेल की सलाखों के पीछे नजर आ रहे हैं। इस वीडियो फुटेज में वह तकिया मांगते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि उनके चेहरे पर किसी तरह की शिकन दिखाई नहीं दी। इस बीच कोई सवाल भी पूछता है कि क्या ये लोग आपको अभी छोड़ देंगे? इसके जवाब में इमरान कहते सुनाई दे रहे हैं कि, ‘चलो देखते हैं। ये छोड़ें न छोडें, मैं अपना काम करता रहूंगा।’
सरकार ने अभी कोई बयान जारी नहीं किया
पाकिस्तान की सरकार की ओर से इस मामले पर अभी कोई बयान जारी नहीं किया गया है। वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्विटर पर ऐंकर की गिरफ्तार की निंदा की है। बता दें कि इमरान खान को अप्रैल में संसद में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया, और शहबाज शरीफ मुल्क के नए प्रधानमंत्री बने थे। इमरान ने इस पूरे घटनाक्रम को अमेरिका की साजिश बताया था। हालांकि, अमेरिका ने इन आरोपों को खारिज किया है।