जापान एक बार फिर जोरदार भूकंप के झटकों से कांप उठा है। भूवैज्ञानिकों के अनुसार अभी कुछ देर पहले जापान में 6.3 तीव्रता का भूकंप आया। यह भूकंप पश्चिमी जापान में आया। इससे इमारतें हिलने लगीं और लोग अपने घरों से बाहर निकलकर भागने लगे। कुछ मकानों के गिरने की भी आशंका है। मगर अभी आधिकारिक आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है। हालांकि सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।
यूएसजीएस ने भूकंप का केंद्र उवाजिमा से लगभग 18 किलोमीटर (11 मील) पश्चिम में बताया है। यह लगभग 25 किलोमीटर की गहराई पर था। भूकंप को क्यूशू और शिकोकू द्वीपों को अलग करने वाले चैनल में रखा गया। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि बुधवार रात दक्षिण-पश्चिमी जापान में 6.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है। हालांकि प्रारंभिक स्तर पर किसी बड़ी क्षति की सूचना नहीं है। इससे पहले भी जापान में बीते हफ्ते 5.7 तीव्रता का भूकंप आया था। हालांकि तब भी कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ था।
परमाणु संयंत्र पर असर?
सार्वजनिक प्रसारक एनएचके की रिपोर्ट के अनुसार एहिमे प्रान्त में इकाता परमाणु संयंत्र के संचालक रिएक्टर पूरी तरह काम कर रहा है। कहीं पर कोई अनियमितता नहीं पाई गई है। भूकंप से सबसे बड़ा खतरा जापान के परमाणु संयंत्रों को ही रहता है। बता दें कि जापान में बार-बार भूकंप आते रहते हैं। यह देश अपनी उच्च भूकंपीय गतिविधि के लिए जाना जाता है। अक्सर भूकंप का अनुभव करता है। दुनिया भर में 6 या उससे अधिक तीव्रता वाले सभी भूकंपों का लगभग पांचवां हिस्सा जापान में ही होता है। जापान को 11 मार्च, 2011 को एक बड़ी आपदा का सामना करना पड़ा था, जब पूर्वोत्तर तट पर 9 तीव्रता का भूकंप आया, जो जापान में अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप था। इसके बाद एक विशाल सुनामी आई थी। इन घटनाओं के कारण 25 साल पहले हुए चॉर्नोबिल के बाद सबसे खराब परमाणु संकट पैदा हुआ।
यह भी पढ़ें
UAE के अलावा ओमान से पाकिस्तान तक बारिश और बाढ़ का तांडव, 82 लोगों की मौत