America Attack on Houthi Rebels: लाल सागर में हूती विद्रोही जहाजों को लगातार निशाना बना रहे हैं। इसी बीच अमेरिकी सेना ने तैश में आकर हूतियों पर बड़ा हमला किया है। जहाजों पर हमलों के बीच अमेरिकी सेना ने हूतियों के हथियार गोदाम तबाह कर दिए हैं। इस बारे में अमेरिकी सेंट्रल कमांड का कहना है कि हमले का उद्देश्य लाल सागर और आसपास के जलमार्गों में अमेरिका और उनके साथी जवानों को धमकाने के लिए उपयोग की जाने वाली हूती क्षमताओं को नष्ट करके नेविगेशन की स्वतंत्रता को बहाल करना है।
जब से इजराइल हमास युद्ध शुरू हुआ है, तभी से लाल सागर में यमन के हूती विद्रोही लगातार जहाजों को निशाना बना रहे हैं। खासकर अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक जहाजों को जो अमेरिका व उसके सहयोगी देशों के हैं। ऐसे में अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देश खुले शब्दों में चेतावनी दे चुके हैं, लेकिन हूती अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे में अमेरिका ने एक बार फिर कड़ी कार्रवाई की है। उसने लाल सागर में बढ़ते तनाव के बीच यमन के हूती नियंत्रित इलाकों में आत्मरक्षा के लिए जोरदार हमले किए। इन हमलों से पहले भी पिछले हफ्ते 19 फरवरी को शाम बलों ने यमन के हूती नियंत्रित क्षेत्रों में हवा में हमला करने वाली मिसाइल का पता लगाकर उसे नष्ट कर दिया था।
जानिए अमेरिकी हमलों ने क्या पहुंचाया नुकसान?
अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने बताया कि हमले में दो मोबाइल एंटी-शिप क्रूज मिसाइलों, तीन मानव रहित सतही जहाजों और एक तरफा हमले वाले मानव रहित हवाई वाहन को नष्ट कर दिया। सेना ने कहा कि इस हमले का उद्देश्य लाल सागर और आसपास के जलमार्गों में अमेरिका व साझेदार बलों को धमकी देने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली हूती क्षमताओं को नष्ट करके नेविगेशन की स्वतंत्रता को बहाल करना है। अमेरिका की मध्य कमान ने बताया कि यूएसवी और एएससीएम हथियार हमले करने के लिए तैयार थे। वहीं, लाल सागर के ऊपर मानव रहित हवाई वाहन घूम रहे थे।
बाद में पता चला कि यह हमले करने वाले हैं। ऐसे में लाल सागर में व्यापारी जहाजों और अमेरिकी नौसेना के जहाजों के लिए खतरे को भांपते हुए हमला करने का फैसला लिया। सेंटकॉम ने बताया, 26 फरवरी को शाम 4:45 बजे यूएस सेंट्रल कमांड के बलों ने तीन मानव रहित सतह जहाजों, दो मोबाइल एंटी-शिप क्रूज मिसाइलों, और आत्मरक्षा में एक तरफा हमला मानव रहित हवाई वाहन को नष्ट कर दिया।'