वाशिंगटन: अमेरिका ने कहा है कि वह चाहता है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों की रक्षा हो। देश में अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले हिंदू अपना सबसे बड़ा त्योहार दुर्गा पूजा मना रहे हैं। अमेरिका का यह बयान बांग्लादेश में तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और अगस्त में उनके भारत चले जाने के बाद अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर बढ़ते हमलों के मद्देनजर आया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘निश्चित ही, हम बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा होते देखना चाहते हैं।’’ मैथ्यू मिलर से कुछ धार्मिक कट्टरपंथियों द्वारा हिंदू समुदाय को उनके सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा के दौरान दी जा रही धमकियों के बारे में सवाल पूछा गया था जिसके जवाब में उन्होंने ये बातें कहीं।
भारत ने क्या कहा?
भारत ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से दक्षिण एशियाई देश में हिंदू समुदाय के लिए शांतिपूर्ण धार्मिक आयोजन सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के दौरान हिंदुओं सहित 600 से अधिक लोग मारे गए हैं। बांग्लादेश में हसीना सरकार का पतन होने के बाद अल्पसंख्यक समुदाय धार्मिक कट्टरपंथियों से बढ़ते खतरे का सामना कर रहा है।
मोहम्मद यूनुस ने पीएम मोदी को दिया था आश्वासन
बता दें कि, अगस्त में ही बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की थी और हिंदुओं की सुरक्षा का आश्वासन दिया था। तब पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा था, "प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस से टेलीफोन पर बात की। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार ने मौजूदा स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया। लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण और प्रगतिशील बांग्लादेश के लिए भारत के समर्थन को दोहराया। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा, संरक्षा और संरक्षा का आश्वासन दिया।" (भाषा)
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