गुलामी करने की भी हद होती है। कर्ज में गले गले तक डूबे पाकिस्तान को अपनी इकोनॉमी चलाने के लिए और कर्ज की जरूरत है। खाड़ी देशों से ही उसे सबसे ज्यादा इमदाद मिलती है, फिर चाहे वो सउदीअरब हो या युनाइटेड अरब अमीरात। कई मौकों पर देखा गया है कि पाकिस्तान के हुक्मरान इन देशों के राष्ट्राध्यक्षों के लिए गुलामी करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। एक बार फिर पाकिस्तान ने कुछ ऐसा ही सबूत पेश किया है। जानिए आखिर क्यों सोमवार को कंगाल पाकिस्तान में सभी स्कूल और दफ्तरों को बंद रखने के आदेश शहबाज शरीफ सरकार ने दिए हैं।
पाकिस्तान अपने आपको परमाणु शक्ति कहता है, लेकिन रोटी, बिजली, अनाज, पेट्रोल और खाने पीने की चीजों के आसमान छूते दामों और इनकी किल्लत ने पाकिस्तान की पोल दुनिया के सामने खोल रखी है। ऐसे में उसे कोई बचा सकता है तो ताकतवर खाड़ी देशों के मुस्लिम देश, जो उसे कर्ज देते रहते हैं। कर्ज देने वाले यूएई के राष्ट्रपति UAE के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के आमंत्रण पर 30 जनवरी को पाकिस्तान आ रहे हैं। इसके मद्देनजर शहबाज सरकार ने उनके देश के सभी स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है।
इमरान खान भी कर्ज देने वाले सऊदी के प्रिंस के लिए बन गए थे ड्राइवर
इससे पहले जब इमरान खान सत्ता में थे, तो दुनिया जानती है कि वे सऊदी के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के सम्मान में उनके ड्राइवर बन बैठे थे। अब जब सत्ता में शहबाज शरीफ हैं, तो UAE के राष्ट्रपति के लिए पाकिस्तान में स्कूल बंद कर रहे हैं।
जिलाधिकारी इरफान नवाज मेमन ने आदेश जारी किया है। यह आदेश जरूरी सुविधाओं वाले दफ्तरों पर लागू नहीं होगा। जैसे इस्लामाबाद मेट्रोपॉलिटन कॉर्पोरेशन, कैपिटल डेवलपमेंट अथॉरिटी, पुलिस, बिजली सप्लाई कंपनी, गैस पाइपलाइन और अस्पताल खुले रहेंगे। इस अवकाश की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर इसकी आलोचना हो रही है। लोग कह रहे हैं कि इससे बच्चों की पढ़ाई लिखाई पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। UAE के राष्ट्रपति को नूर खान एयरबेस और प्रधानमंत्री आवास पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा।
शहबाज ने यूएई से कुछ दिन पहले ही मांगी थी कर्ज की भीख
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ जब कुछ दिनों पहले UAE गए थे तो उन्होंने कर्ज की भीख मांगी थी। उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ था। जाहिर है कि पाकिस्तान की इकोनॉमी रसातल में जाती हुई दिख रही है। रही सही कसर हाल के समय में आई बाढ़ ने पूरी कर दी। पाकिस्तान इस समय बुरी तरह कर्जे में डूबा है। देश चलाने के लिए भी पैसा नहीं है। हालात यह हो गए हैं कि कर्ज चुकाने के लिए भी बड़े कर्ज की जरूरत है।
कर्ज में डूबे पाकिस्तान का 6 महीने का ब्याज व्यय 2.67 ट्रिलियन रुपए
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख असीम मुनीर दुनियभर में घूमकर कर्ज की गुहार लगा रहे हैं। मौजूदा वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में पाकिस्तान का ब्याज व्यय 2.67 ट्रिलियन रुपए हो चुका है। यह पाकिस्तान के सालाना कर्ज चुकाने वाले बजट का 65 फीसदी हिस्सा है। ऐसे में पाकिस्तान सरकार रक्षा को छोड़क बाकी खर्चों में कटौती करने के लिए मजबूर हो रही है।