Highlights
- अलकायदा की मदद कर रहा तालिबान
- अफगानिस्तान की अस्थिर सरकार का फायदा उठा रहा अलकायदा
- ड्रोन हमले में मारा गया था अल जवाहिरी
Al-Qaeda News: अफगानिस्तान में तालिबान शासन ने एक साल पूरे कर लिए हैं। लेकिन तालिबान ने दुनिया से वादा किया था कि वो अपनी जमीन पर किसी आतंकी संगठन को पलने नहीं देगा। लेकिन इसके उलट, अलकायदा के आतंकी अफगानिस्तान में अपने ट्रेनिंग कैंप को फिर से खड़ा कर रहे हैं। इससे दुनिया के लिए एक बार फिर से अलकायदा आतंकी बड़ा खतरा बनते जा रहे हैं। ब्रिटिश सूत्रों की मानें तो अलकायदा अफगानिस्तान में आतंकियों के छोटे छोटे अड्डे बना रहा है। वहां अस्थिर सरकार का अलकायदा फायदा उठा रहा है।
अलकायदा की मदद कर रहा तालिबान
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान में अलकायदा से जुड़े कई हजार लोग मौजूद हैं और उनमें से कई की मदद अफगान तालिबान कर रहा है। सूत्रों ने कहा कि अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए इस खतरे से निपटने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है। माना जा रहा है कि अमेरिकी सेना ने अयमान अल जवाहिरी की हत्या के बाद अलकायदा के एक अड्डे को भी तबाह कर दिया था। यह स्थल गजनी प्रांत में था जो पहले अमेरिकी सेना का सैन्य अड्डा रह चुका था।
ड्रोन हमले में मारा गया था अल जवाहिरी
अल जवाहिरी की बात करें तो अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी (CIA) ने अफगानिस्तान में उसे अगस्त माह की शुरुआत में ही ड्रोन हमले में मार गिराया था। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस बात की पुष्टि थी। उन्होंने कहा था कि अब न्याय मिल चुका है। बता दें कि जवाहिरी ने साल 2011 में अलकायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद इस आतंकी संगठन का जिम्मा संभाला था।
तालिबान 2021 से ही काबुल में था
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अल जवाहिरी (Ayman Al Zawahiri) अगस्त 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार आने के बाद से ही काबुल में था। हालांकि अमेरिका द्वारा की गई इस कार्रवाई से तालिबान भड़का हुआ नजर आ रहा है और कह रहा है कि ये दोहा समझौते का उल्लंघन है।
बालकनी पर आने की आदत की वजह से मारा गया अल जवाहिरी
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि जवाहिरी की सबसे बड़ी गलती ये थी कि उसकी आदत बार-बार अपने घर की बालकनी पर आने की थी। बालकनी पर आने की उसकी इसी आदत की वजह से सीआईए के अधिकारियों को आइडिया आया और उन्होंने रिपर ड्रोन से हेलफायर मिसाइल दागकर जवाहिरी का काम तमाम कर दिया।