पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को एक बार फिर निशाना बनाकर गोली मारे जाने का सनसनीखेज मामला सामने आाय है। यह फायरिंग उस वक्त हुई जब इमरान खान जमानत मिलने के बाद इस्लामाबाद हाईकोर्ट (आइएचसी) परिसर में ही मौजूद थे और वहां से वह बाहर निकल रहे थे। इसी दौरान कई राउंड फायरिंग की गई। हालांकि इमरान खान को इससे कोई क्षति नहीं पहुंची। मगर अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या इमरान खान को हमलावर दोबारा गोली मारने आए थे। सवाल ये भी है कि इतनी कड़ी सुरक्षा के बीच हमलावरों ने फायरिंग कैसे कर दी और बाल-बाल वहां से गोलीबारी के बाद भाग भी गए।
बताया जा रहा है कि गोलीबारी की इस घटना के बाद आइएचसी से सटे इलाकों में पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला है कि अज्ञात लोगों ने उच्च न्यायालय की इमारत के पास एक कब्रिस्तान और एक गली के पास गोलियां चलाईं। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को विभिन्न मामलों में जमानत मिलने के बाद इमरान खान जब आइएचसी परिसर से बाहर निकलने की तैयारी कर रहे थे, तभी फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया। आइएचसी के पास गोलीबारी की दो घटनाओं की सूचना मिलने के बाद इस्लामाबाद पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। पुलिस ने कहा कि अज्ञात हमलावरों ने संघीय राजधानी के जी-11 और जी-13 क्षेत्रों में पुलिस अधिकारियों पर फायरिंग की। दोनों फायरिंग की घटनाओं में किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
फायरिंग में क्या फिर इमरान खान थे निशाना
हालांकि हाईकोर्ट परिसर के पास हुई इस फायरिंग से इमरान खान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा, लेकिन ऐसी आशंका जताई जा रही है कि पूर्व प्रधानमंत्री को ही निशाना बनाकर हमलावरों ने गोली चलाई थी। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। बता दें कि हाईकोर्ट से निकलने के बाद इस्लामाबाद रूट पर यात्रा करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री को सुरक्षा मंजूरी नहीं दी गई थी। इस्लामाबाद पुलिस ने कहा कि उन्हें उच्च अधिकारियों से आदेश नहीं मिला और वे रूट के लिए सुरक्षा मंजूरी नहीं दे सकते। आइएचसी के कोर्ट रूम के बाहर रेंजर्स के जवानों को फिर से तैनात किया गया है, जबकि हाईकोर्ट की इमारत की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।