Highlights
- देश लगभग 52 महीनों से ग्रे लिस्ट में शामिल था
- पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर कर दिया है
- ये बैठक 18 अक्टूबर से लेकर 21 अक्टूबर तक हुई थी
Pakistan Grey List: विश्वभर में टेरर फडिंग और मनी लॉन्डिरिंग पर नजर बनाए रखने वाली संस्था एफएटीएफ (FATF)ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर कर दिया है। इसके साथ ही पाकिस्तान ने राहत की सांस ली। पाकिस्तान पिछले चार साल से इस लिस्ट में शामिल था। ग्रे लिस्ट से निकलने के लिए पाकिस्तान लगातार प्रयास करते आ रहा था, जिसका परिणाम उसे आज यानी शुक्रवार को मिल गया। पेरिस मे ये बैठक 18 अक्टूबर से लेकर 21 अक्टूबर तक हुई थी। अब इस फैसले के बाद पाकिस्तान को अतंरराष्ट्ररीय स्तर पर फडिंग आसानी से जुटाने में सफल होगा। जिसके बाद पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को सुधारने में कामयाब हो सकेगा।
पेरिस स्थित वैश्विक निगरानी संस्था ने कहा कि "अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक, इंटरपोल और वित्तीय खुफिया इकाइयों के एग्मोंट ग्रुप सहित वैश्विक नेटवर्क और पर्यवेक्षक संगठनों के 206 सदस्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधि पेरिस में कार्य समूह और पूर्ण बैठकों में भाग लिया था।" वॉचडॉग बैठक समाप्त होने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में परिणामों की घोषणा किया गया। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, देश लगभग 52 महीनों से ग्रे लिस्ट में शामिल है।
पाकिस्तान में गई थी एफटीएफ की टीम
इस साल सितंबर में, एक 15 सदस्यीय एफएटीएफ निरीक्षण दल और उसके सिडनी स्थित क्षेत्रीय सहयोगी, एशिया प्रशांत समूह ने पाकिस्तान में गए थे। टीम के सदस्यों ने देश के नियमों, विनियमों और संस्थागत तंत्रों का आकलन किया। एफएटीएफ टीम ने मंत्रालयों, संबंधित विभागों, नियामकों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा रखी गई व्यवस्थाओं की जांच की ताकि यह वेरिफाई किया जा सके कि ये सिस्टम और प्रक्रियाएं स्थायी आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग और आतंक के वित्तपोषण से निपटने के लिए टिकाऊ थीं या नहीं।
वित्त मंत्री के आश्वासन पर लग गई मुहर
पिछले महीने पाकिस्तान का दौरा करने वाली टीम द्वारा मूल्यांकन की जांच के बाद अंतिम निर्णय कर लिया। टीम की रिपोर्ट के आधार पर, एफएटीएफ द्वारा पाकिस्तान को कार्रवाई की योजना को लागू करने के लिए देश के कदमों की पुष्टि करने के बाद राहत प्रदान करने की उम्मीद बन गई थी। वित्त मंत्री इशाक डार ने पिछले हफ्ते वाशिंगटन में मीडिया से बात करते हुए आश्वासन दिया था कि पाकिस्तान जल्द ही ग्रे लिस्ट से बाहर हो जाएगा।