Highlights
- 1,731 ग्राम वजन के नमूने पृथ्वी पर लाए गए थे
- यह एक फॉस्फेट खनिज है
- अमुल्य खनिज खोज निकाला है
World News: वैसे तो चीन हर प्रयोग अपना गोपनीय रखता है। वो मसला अंतरिक्ष से जुड़ा हो या डिफेंस अपने काम को काफी ही छिपाकर रखता है। हालांकि इस बार चीनी वैज्ञानिकों ने एक नया किर्तीमान स्थापित कर दिखाया है। पहली बार चीनी वैज्ञानिकों ने चंद्रमा पर एक अमुल्य खनिज खोज निकाला है। चीन भी उन देशों में शामिल हो गया है जो इसे पहले चांद पर कारनाम कर चुके हैं। चीनी अधिकारियों ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी शेयर करते हुए बताया कि चीन चांद पर एक नया कारनामा कर दिखाया है। चीन परमाणु ऊर्जा प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डोंग बाओतोंग ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में इसकी पुष्टि की।
क्रिस्टल को अलग किया गया
उन्होंने कहा कि नए खनिज का नाम चेंजसाइट-वाई रखा गया है। चंद्रमा पर ज्वालामुखी विस्फोट से बने बेसाल्ट नामक चट्टानों के कणों में पाए जाने वाले क्रिस्टल में चेंजसाइट-वाई पाया गया है। यह एक फॉस्फेट खनिज है। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, बीजिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ यूरेनियन जियोलॉजी के वैज्ञानिकों ने एक्स-रे विवर्तन जैसी उच्च तकनीक तकनीकों का उपयोग करके 140,000 चंद्र कणों से लगभग 10 माइक्रोन के त्रिज्या वाले क्रिस्टल कण को अलग किया है।
अमेरिका और रूसे के बाद चीन
चांद पर खनिज खोजने वाला चीन तीसरा देश है, चीन इंटरनेशनल मिनरल एसोसिएशन (IMA) के नए खनिज, नामकरण और वर्गीकरण आयोग (CNMNC) ने इस नए खनिज की खोज की पुष्टि की है और इसके नामकरण को स्वीकार कर लिया है। मनुष्यों द्वारा चांद पर खोजने वाला ये छठवां खनिज है। अमेरिका और सोवियत संघ के बाद चीन भी इस लिस्ट में शामिस गया है।
40 साल में पहला नमूना
चांद से सैंपल वापस लाए गए चीन के चांग'ए-5 मिशन के जरिए 2020 में चंद्रमा से करीब 1,731 ग्राम वजन के नमूने पृथ्वी पर लाए गए थे। आपको बता दें कि 40 साल में चंद्रमा का यह पहला नमूना था। इस शोध में चीनी विज्ञान अकादमी, शिक्षा मंत्रालय और प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय सहित कई विभागों के वैज्ञानिक शामिल थे। यह उपलब्धि चंद्रमा की उत्पत्ति और विकास को समझने और खोजने के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।