इजराइल और हमास बीच जंग लगातार जारी है। आतंकी हमले के जवाब में इजराइल की तरफ से की जा रही सैन्य कार्रवाई की वजह से गाजा में मानवीय संकट गहरा गया है और अब रफह में भी इजराइल बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने गाजा जाने का इंतजार कर रहे ट्रकों की लंबी कतार के पास खड़े होकर बड़ा संदेश दिया है। शनिवार को गुतारेस ने कहा कि यह गाजा को अधिक से अधिक मात्रा में जीवन रक्षक सहायता देने का समय है। उन्होंने इजराइल और हमास के बीच तत्काल संघर्ष विराम का आग्रह भी किया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने गाजा के रफह शहर के पास मिस्र की सीमा में यह बात कही।
ये है इजराइल की योजना
गौरतलब है कि, इजराइल तमाम चेतावनियों के बावजूद रफह में जमीनी हमला शुरू करने की योजना पर काम कर रहा है। गाजा की आधी से ज्यादा आबादी ने वहां शरण ले रखी है। गुतारेस ने कहा कि आगे कोई भी हमला हालात को और भी बदतर बना देगा। उन्होंने कहा कि हालात सिर्फ फलस्तीनी नागरिकों के लिए बदतर नहीं होंगे, बल्कि बंधकों और क्षेत्र के सभी लोगों के लिए भी बदतर होंगे। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तत्काल संघर्ष विराम के लिए अमेरिका प्रयोजित प्रस्ताव पर सहमति नहीं बनने के एक दिन बाद यह बात कही। गुतारेस ने गाजा में सहायता सामग्री पहुंचाने में आ रही दिक्कतों को बार-बार रेखांकित किया जिसके लिए अंतरराष्ट्रीय राहत एजेंसी इजराइल को जिम्मेदार ठहरा रही हैं। उन्होंने कहा, “ हम मायूसी देख रहे हैं, सीमा के एक ओर रुके हुए ट्रकों की लंबी कतार है और दूसरी तरफ भुखमरी का साया।”
गाजा जाने का इंतजार कर रहे हैं ट्रक
इस बीच मिस्र के उत्तर सिनाई प्रांत के गवर्नर अब्देल फादिल शौशा ने एक बयान में कहा कि करीब सात हजार ट्रक मिस्र से गाजा में प्रवेश करने का इंतजार कर रहे हैं। गुतारेस ने कहा कि इजराइल को गाजा तक मानवीय वस्तुओं की पहुंच सुनिश्चित कर अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता दिखानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी के साथ रमजान की करूणा की भावना के तहत सभी बंधकों को तत्काल छोड़ा जाए। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मानवीय संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई एक साथ होनी चाहिए। गुतारेस की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने विदेश मंत्री इजराइल काट्ज के एक सोशल मीडिया पोस्ट का हवाला दिया, जिसमें संयुक्त राष्ट्र प्रमुख पर विश्व निकाय को "यहूदी और और इजराइल विरोधी" बनने की अनुमति देने का आरोप लगाया गया।
हमास आतंकियों ने किया था हमला
गौरतलब है कि, हमास आतंकियों ने सात अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल में हमला कर दिया था जिसमें लगभग 1,200 लोगों की मौत हो गई थी और 250 लोगों का अपहरण कर लिया गया था। गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्षेत्र में मरने वालों की संख्या लगभग 32,000 बताई है। इस आतंकी हमले के बाद से इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। (एपी)
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