पहले से ही बाढ़ और सूखे की मार झेल रहे चीन पर एक और बड़ी आपदा आ गई है। शनिवार रात को चीन भीषण भूकंप से हिल गया। यहां की 126 इमारतें भरभरा कर गिर गईं। 21 लोग घायल हुए हैं। साथ ही कई लोगों के मरने की आशंका भी जताई जा रही है। हालांकि अभी तक मौतों की पुष्टि नहीं की गई है। बाढ़, सूखा और भूकंप तीनों की एक साथ मार पड़ने से चीन की जनता बेहाल हो गई है। लोग अपनी जिंदगी बचाने की चिंता में हरवक्त दहशत के साये में जीने को मजबूर हैं।
यह भूकंप चीन के पूर्वी हिस्सों में शनिवार देर रात आया। इस भूकंप की 5.5 तीव्रता मापी गई है। इसमें कम से कम 21 लोग घायल बताए जा रहे हैं। साथ ही 126 इमारतें ढह गई हैं। इनमें कई गगनचुंबी इमारतें भी शामिल हैं। इसके मलबे में काफी संख्या में लोग दबे हो सकते हैं। भूकंप के बाद से स्थानीय प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं। चीन में एक साथ बाढ़, सूखा और अब आए भूकंप को ग्लोबल वॉर्मिंग और क्लाइमेट चेंज का प्रकोप माना जा रहा है।
लोगों को गहरी नींद से झकझोर गया भूकंप
स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार चीन के शनदोंग प्रांत की पिंगयुआन काउंटी में भूकंप ऐसे वक्त में आया, जब लोग गहरी नींद में थे। रात दो बजकर 33 मिनट पर आए इस भूकंप के झटके बीजिंग, तियानजिन, हेनान और हेबेई प्रांत सहित उत्तरी चीन के कई हिस्सों में भी महसूस किए गए। पिंगयुआन बीजिंग से लगभग 345 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के मुताबिक, भूकंप से कम से कम 21 लोग घायल हुए और 126 इमारतें ढह गईं। ऑनलाइन साझा किए गए वीडियो में घरों में रखे फर्नीचर हिलते हुए और लोग घरों से बाहर निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं।
तीन शहरों में रोका गया ट्रेनों का परिचालन
भूकंप के कारण चीन की राजधानी बीजिंग समेत तिआनजिंग और चांगझोऊ से जाने वाली 20 ट्रेन का परिचालन रोक दिया गया। ‘चीन रेलवे बीजिंग ग्रुप कंपनी लिमिटेड’ के अनुसार, भूकंप के कारण शिजियाझुआंग-जिनान हाई-स्पीड रेलवे की लगभग 30 ट्रेन भी रोकी गईं। अग्रिम आदेश तक इनका संचालन बंद रहेगा। भूकंप के बाद से ही चीन में लोगों के बीच अफरातफरी और दहशत का माहौल बन गया है। चीन वैसे भी पहले से ही ग्लोबल वॉर्मिंग और क्लाइमेट चेंज के मुख्य निशाने पर है। इसलिए कार्बन उत्सर्जन रोकने समेय पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले अन्य कृत्यों को भी रोकना हो। (भाषा)