चीनी सेना में इन दिनों भंयकर उथल-पुथल देखने को मिल रहा है। अपने रक्षामंत्री को बदलने के 24 घंटे में ही राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एक और बड़े फैसले से सबको हैरान कर दिया है। चीन की संसद से जनवादी मुक्ति सेना (पीएलए) के नौ वरिष्ठ जनरल को बर्खास्त कर दिया गया है, जिनमें रॉकेट बल के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं। आधिकारिक मीडिया ने शनिवार को यह जानकारी दी। चीन के इस कदम से हर कोई हैरान है।
सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ के मुताबिक देश की संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) से बर्खास्त अधिकारियों में पीएलए के रॉकेट बल के पांच शीर्ष कमांडर भी शामिल हैं जो देश के परमाणु हथियारों के घटक मिसाइल प्रभाग का कामकाज देखते थे। इनके अलावा बर्खास्त किए गए अधिकारी वायुसेना के पूर्व कमांडर हैं। रिपोर्ट में एनपीसी की स्थायी समिति के फैसले की घोषणा की गई। हालांकि, इन अधिकारियों को बर्खास्त करने का कारण नहीं बताया गया है।
दोंग जुन को रक्षामंत्री बनाने के बाद लिया फैसला
सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) का हिस्सा चीनी सेना के सदस्यों की एक बड़ी संख्या को एनपीसी में नामित किया गया है। इन अधिकारियों की बर्खास्तगी एनपीसी द्वारा पूर्व नौसेना कमांडर जनरल दोंग जून को बिना किसी स्पष्टीकरण के जनरल ली शांगफू की बर्खास्तगी के दो महीने बाद नए रक्षा मंत्री के रूप में नियुक्त किए जाने के बाद हुई है। इससे शी जिनपिंग के इरादे को भांपा जा सकता है।
चीन के पूर्व रक्षामंत्री ली शांगफू हैं लापता
चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू का रहस्यमयी तरीके से गायब होने के बाद से अब तक पता नहीं चल पाया है। ली शांगफू गायब हुए हैं या फिर उन्हें करवाया गया है, यह भी अपने आप में सबसे बड़ा रहस्य है। चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू के जीवित होने या कहीं होने का कोई प्रमाण नहीं मिल पाया है। अगस्त 2023 के बाद से ही चीनी रक्षामंत्री कहीं नजर नहीं आए हैं। ऐसे में रहस्य और भी गहरा गया है। इधर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दोंग जुन को अपना नया रक्षामंत्री चुन लिया है। इससे पूरी दुनिया हैरान है। चीन के रक्षा मंत्री रहे ली शांगफू के राज को अब तक कोई समझ नहीं सका है। इस बीच सेना के 9 जनरलों को अचानक बर्खास्त किए जाने के चीन के कदम से हर कोई हतप्रभ है। (भाषा)
यह भी पढ़ें