Putin Views Pakistan: अमेरिका अपने निजी हितों के चलते अक्सर पाकिस्तान की तारीफ करता रहता है। साथ ही उसे आर्थिक मदद भी करता है। इसके बदले वह पाकिस्तान से विभिन्न देशों की जासूसी करवाता है। मगर अब रूस भी पाकिस्तान की तारीफ करने लगा है। रूस ने आर्थिक तंगी से गुजर रहे पाकिस्तान को दक्षिण एशिया में अपना अहम साझीदार बताया है। आखिर रूस की इसके पीछे क्या मजबूरी है जो उसे पाकिस्तान की तारीफ करनी पड़ रही है। आइए आपको इसके पीछे पूरा मामला समझाते हैं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से एक विशेष संदेश मिला है। द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने के साथ-साथ दोनों पक्षों के बीच व्यापार और निवेश बढ़ाने में अपने देश की गहरी दिलचस्पी को दोहराते हुए पुतिन इस्लामाबाद को दक्षिण एशिया और इस्लामी दुनिया में अपने प्रमुख भागीदार के रूप में देखते हैं। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार यह संदेश रूस के ऊर्जा मंत्री निकोले शुल्गिनोव ने दिया, जिन्होंने लाहौर में प्रधानमंत्री से मुलाकात की। शुल्गिनोव शुक्रवार को इस्लामाबाद में होने वाली पाकिस्तान-रूस अंतर-सरकारी आयोग की बैठक के 8वें दौर के लिए एक रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।
पाकिस्तान की क्यों तारीफ कर रहा रूस
यूक्रेन युद्ध के चलते यूरोपीय देशों ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। भारत और चीन की तरह पाकिस्तान को भी रूस तेल और गैस बेचता है। इसलिए पाकिस्तान की तारीफ करके रूस अपने आर्थिक हित साधना चाहता है। हालांकि कंगाल पाकिस्तान रूस को पैसा कहां से दे पाएगा यह अहम सवाल है। दूसरा यह कि यूक्रेन युद्ध मामले पर फरवरी में संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ वोटिंग होने वाली है। इसमें भी रूस को पाकिस्तान का साथ चाहिए। इसलिए वह कंगाल पाकिस्तान की तारीफ करने को मजबूर है। दोनों पक्षों ने रूस से रियायती दरों पर पेट्रोलियम उत्पादों की खरीद पर चर्चा की। इसके अलावा रूस से पाकिस्तान को तेल और गैस की आपूर्ति के साथ-साथ गैस पाइपलाइन परियोजना की समीक्षा की।
विशेष संदेश के माध्यम से, रूसी मंत्री ने बताया कि राष्ट्रपति पुतिन ने 'पाकिस्तान को दक्षिण एशिया और इस्लामी दुनिया में रूस के महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में संदर्भित किया (और) द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने के लिए रूस की मजबूत रुचि को दोहराया। 'प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए शरीफ ने रूस के साथ अपने संबंधों से जुड़े पाकिस्तान के महत्व पर प्रकाश डाला। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री ने पिछले साल सितंबर में पुतिन के साथ समरकंद में हुई अपनी मुलाकात को याद किया और कहा कि इस बैठक में पाकिस्तान-रूस संबंधों को और मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए थे।