Highlights
- अफगानिस्तान में एक मंत्रालय की मस्जिद में ब्लास्ट
- काबुल से लगभग हर हफ्ते आ रहीं धमाके की खबरें
- अब तक किसी संगठन ने नहीं ली हमले की जिम्मेदारी
Afghanistan: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल तालिबान राज में 'बम कैपिटल' बनती जा रही है। काबुल से लगभग हर हफ्ते धमाके की खबरें आ रहीं हैं। आज फिर काबुल में धमाका हुआ। इस बार गृह मंत्रालय के अंदर। खबर है कि अफगानिस्तान के काबुल में एक मंत्रालय की मस्जिद में बुधवार को धमाका हुआ, जिसमें कर्मचारी और आगंतुक नमाज पढ़ रहे थे। एक तालिबान अधिकारी ने बताया कि यह धमाका बुधवार दोपहर को गृह मंत्रालय की मस्जिद के अंदर हुआ।
किसी संगठन ने नहीं ली हमले की जिम्मेदारी
बता दें कि गृह मंत्रालय पर अफगानिस्तान में सुरक्षा और कानून प्रवर्तन की जिम्मेदारी है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल नफी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘दुर्भाग्यवश, एक मस्जिद में धमाका हुआ है, जहां गृह मंत्रालय के कुछ कर्मी और आगंतुक नमाज अदा कर रहे थे। घटना का विस्तृत विवरण बाद में साझा किया जाएग।’’ प्रवक्ता ने यह उल्लेख नहीं किया कि क्या मस्जिद मंत्रालय की इमारत के भीतर स्थित है या इसके पास। काबुल के एक अस्पताल का कहना है कि सरकारी मंत्रालय की मस्जिद में विस्फोट एक आत्मघाती हमला था। इस हमले में अब तक कम से कम 2 लोग मारे गए हैं। न्यूज एजेंसी एपी के हवाले से ये खबर है।
किसी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
शिक्षा केंद्र पर हुआ था आत्मघाती हमला
गौरतलब है कि पिछले शुक्रवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक आत्मघाती हमलावर ने शिया बहुल इलाके में स्थित एक शिक्षा केंद्र पर हमला कर दिया था। शुरुआत में बताया गया था कि इस हमले में 19 लोगों की मौत हो गई और 27 अन्य लोग घायल हो गए, लेकिन बाद में संयुक्त राष्ट्र ने जानकारी दी थी कि 30 सितंबर को काबुल में हुए आत्मघाती बम विस्फोट में 46 लड़कियों और महिलाओं सहित कम से कम 53 लोग मारे गए थे।
काबुल में मस्जिद के पास कार बम विस्फोट
इससे पहले 23 सितंबर को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शुक्रवार के ही दिन एक मस्जिद के पास कार बम विस्फोट में कम से कम सात लोगों की मौत हो गयी थी जबकि कई बच्चों समेत 41 अन्य घायल हो गये थे। तालिबान के एक अधिकारी ने बताया था कि किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। सालभर पहले अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता पर काबिज होने के बाद से इस तरह के एक के बाद कई हमले हुए हैं।