Highlights
- काबुल में एक व्यस्त शॉपिंग स्ट्रीट में बम धमाका
- 8 लोगों की मौत की खबर, 22 लोग घायल
- तालिबानियों के शासन के बाद से बम ब्लास्ट की घटनाएं बढ़ीं
Afghanistan Bomb Blast: अफगानिस्तान के काबुल में एक व्यस्त शॉपिंग स्ट्रीट में बम धमाका हुआ है। इस धमाके में कम से कम 8 लोगों की मौत की खबर है और 22 लोग घायल हुए हैं। हॉस्पिटल के अधिकारियों और गवाहों ने इस बात की पुष्टि की है। ये जानकारी रॉयटर्स ने दी है।
बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबानियों के शासन की शुरुआत होने के बाद से ही बम ब्लास्ट की घटनाएं बढ़ी हैं। हालही में काबुल में एक गाड़ी में बम विस्फोट हुआ था। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक मस्जिद के पास शुक्रवार को एक गाड़ी में बम विस्फोट होने से कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई थी और 18 अन्य घायल हो गए थे।। तालिबान के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी थी।
काबुल के पुलिस प्रमुख के लिए तालिबान द्वारा नियुक्त प्रवक्ता खालिद ज़ादरान के अनुसार, यह बम विस्फोट पश्चिमी काबुल के शिया बहुल सर-ए करेज़ क्षेत्र में हुआ था। शुरुआती रिपोर्टों में 2 लोगों की मौत की जानकारी दी गई थी, लेकिन बाद में कुछ घायलों की मौत होने के बाद मृतकों की संख्या बढ़ गई।
बम धमाकों से लोगों की सुरक्षा पर उठने लगे सवाल
अफगानिस्तान में सार्वजनिक स्थानों पर बम धमाकों से स्थानीय लोगों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। 30 जुलाई को भी अफगानिस्तान की राजधानी काबुल एक क्रिकेट मैच के दौरान हुए बम धमाका हुआ था। काबुल इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में अफगानिस्तान की शपागीजा टी20 क्रिकेट लीग का एक मुकाबला खेला जा रहा था, जब वहां आत्मघाती धमाका हुआ और हड़कंप मच गया।
इस धमाके में भी कई लोगों की मौत हो गई थी और कुछ लोग घायल भी हो गए। लाइव मैच के दौरान हुए ब्लास्ट के बाद कुछ देर के लिए स्टेडियम में अफरा-तफरी मच गई थी। दोनों टीमों के खिलाड़ियों को बंकर के अंदर ले जाया गया। हैरानी की बात यह है कि जब यह हमला हुआ तब संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी भी स्टेडियम में मौजूद थे।
12 जून को कुनार में हुआ था बम विस्फोट
इससे पहले 12 जून को अफगानिस्तान के कुनार में हुए विस्फोट हुआ था। इसमें एक तालिबान सदस्य की मौत हो गई थी। इस विस्फोट में नागरिक सहित 6 अन्य घायल हो गए थे। कुनार के केंद्र असदाबाद शहर में यह विस्फोट हुआ, जब तालिबान के सुरक्षा बलों के वाहन में लगाए गए लैंडमाइन में विस्फोट हो गया। लैंडमाइन को इस्लामिक अमीरात के वाहन में रखा गया था।