देश भर के आर्मी स्कूल इन दिनों पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के निशाने पर हैं। जम्मू-कश्मीर से लेकर दिल्ली, यूपी के आर्मी स्कूलों में छात्रों के पास पाकिस्तान से फोन और मैसेज आ रहे हैं। पाकिस्तानी छात्रों को आइएसआइ से जुड़ने के लिए कह रहे हैं। उनसे उनके स्कूल, अध्यापकों और अभिभावकों से जुड़ी बारीक से बारीक जानकारी साझा करने को कह रहे हैं। पाकिस्तानी एजेंट छात्रों से शिक्षक बनकर बात कर रहे हैं और अपने ग्रुप से जोड़ने के नाम पर उनसे ओटीपी मांग रहे हैं। जम्मू-कश्मीर व नोएडा के आर्मी पब्लिक स्कूल में भी ऐसा ही मामला सामने आया है। इससे पूरे देश में हड़कंप मच गया है।
देशभर के आर्मी पब्लिक स्कूलों समेत कई दूसरे स्कूल के छात्रों को भी अब पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के लिए काम करने वाले लोगों के फोन और व्हाट्सऐप पर संदेश आ रहे हैं, जिसमें उनसे सोशल मीडिया पर किसी खास समूह से जुड़ने और संवेदनशील जानकारी साझा करने के लिए कहा जा रहा है। सेना के सूत्रों ने बताया कि छात्रों को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के लिए काम करने वाले लोगों की ओर से दो मोबाइल नंबरों से फोन और व्हाट्सऐप पर संदेश आ रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि ये लोग अपने आप को स्कूल शिक्षक बताकर छात्रों से ‘‘कक्षा के नए समूह’’ से जुड़ने के लिए कहते हैं और उन्हें ‘वन टाइम पासवर्ड’ (ओटीपी) भेजते हैं।
स्कूलों ने अभिभावकों को भेजा अलर्ट
आर्मी स्कूलों के छात्रों को इस तरह के कॉल और मैसेज आने के बाद स्कूल प्रबंधन की ओर से अभिभावकों को सतर्क रहने के लिए संदेश भेजा गया है। सूत्रों के अनुसार जब छात्र एक बार उनके समूह से जुड़ जाते हैं तो उनसे संवेदनशील सूचना साझा करने के लिए कहा जाता है। आर्मी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्यों द्वारा जारी परामर्श के अनुसार, ये लोग छात्रों से उनके पिता की नौकरी, स्कूल की दिनचर्या और समय, शिक्षकों के नाम, वर्दी जैसी जानकारियां पूछ रहे हैं। परामर्श में कहा गया है कि दूसरे नंबरों से भी संदेश आ सकते हैं और कार्य प्रणाली भी बदली हुई हो सकती है। इसमें छात्रों के अभिभावकों को संदिग्ध कॉल्स के बारे में सतर्क रहने को कहा गया है। (भाषा)