पाकिस्तानी यूनिवर्सिटी में छात्राओं के 5500 अश्लील वीडियो मिलने का मामला सामने आया है। इसे सबसे बड़ा सेक्स स्कैंडल बताया जा रहा है। यह स्कैंडल दुनिया के लिए चर्चा का सबब बन गया है। उधर, इस मामले में पाकिस्तान के उच्च शिक्षा आयोग (एचईसी) ने इस्लामिया यूनिवर्सिटी बहावलपुर (आईयूबी) घोटाले की जांच के लिए एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति बनाने का फैसला किया है। जिसमें तीन कुलपति और सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी शामिल होंगे।
पाकिस्तान के बहावलपुर के इस्लामिया विश्वविद्यालय की छात्राओं के 5500 से अधिक सेक्स वीडियो मामले में पुलिस जांच में पता चला है कि इस स्कैंडल का मास्टरमाइंड पाकिस्तान के केंद्रीय मंत्री का बेटा है। शहबाज शरीफ कैबिनेट में शामिल केंद्रीय मंत्री चौधरी तारिक बशीर चीमा का बेटा इजाज शाह विश्वविद्यालय की लड़कियों को ड्रग्स देकर अश्लील वीडियो रिकॉर्ड करवाता था।
सैकड़ों छात्राओं के यौन शोषण में लिप्त था मंत्री का बेटा
यह भी दावा किया गया है कि मंत्री का बेटा विश्वविद्यालय की सैकड़ों छात्राओं का यौन शोषण भी कर रहा था। पुलिस को जांच में विश्वविद्यालय के कर्मचारियों से लगभग 5500 सेक्स वीडियो बरामद किए। इस्लामिया यूनिवर्सिटी बहावलपुर का सुरक्षा प्रमुख मेजर इजाज शाह भी इस सेक्स वीडियो कांड में शामिल बताया जा रहा है।
डांस और पार्टी के लिए दिया जाता था दबाव
पुलिस का कहना है कि स्टूडेंट्स और महिला कर्मचारियों को यूनिवर्सिटी में डांस और सेक्स पार्टी के लिए भी फोर्स किया जाता था। मामले की जांच साउथ पंजाब का एजुकेशन डिपार्टमेंट भी करेगा। इसकी जांच रिपोर्ट तीन दिन में सौंपी जाएगी।
मंत्री ने की थी बेटे को बचाने की कोशिश
ग्लोबल विलेज स्पेस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मंत्री चीमा ने उन पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया जो उनसे संबंधित थे और कथित तौर पर अपने बेटे को बचाने में उनकी सहायता मांगी। चीमा ने अपने बेटे को बेनकाब होने से बचाने के लिए इजाज शाह की गिरफ्तारी और वीडियो-तस्वीरों को जब्त करने की भी मांग की थी। हालांकि, पुलिस ने इजाज को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। उसके पास से कई कामोत्तेजक गोलियां और दवाएं बरामद हुई थीं। इसके अलावा उसके पास छात्रों और कर्मचारियों की आपत्तिजनक रिकॉर्डिंग और तस्वीरें भी मिली थी।