इंडोनेशिया: जेल में लगी आग, 41 कैदियों की मौत, 39 झुलसे
एशिया | 08 Sep 2021, 8:47 AMताजा जानकारी मिलने तक जलकर 41 कैदियों की मौत हो चुकी है जबकि 39 कैदी झुलस गए हैं जिन्हें इलाज के लिए नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
काबुल एयरपोर्ट से एक बार फिर कई विदेशी नागरिकों को लेकर रवाना हुई फ्लाइट
Watch Video: प्लेन के पंख पर झूला झूल रहे तालिबानी, चीन ने उड़ाया यूएस का मजाक
क्या है तालिबान का प्लान? पीएम अखुन्द ने की पिछली सरकारों के अधिकारियों से लौटने की अपील
ताजा जानकारी मिलने तक जलकर 41 कैदियों की मौत हो चुकी है जबकि 39 कैदी झुलस गए हैं जिन्हें इलाज के लिए नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
लाहौर पुलिस ने लड़की और उसके साथियों पर हमला करने के आरोप में 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था और बाद में मामले में 161 लोगों को गिरफ्तार किया था।
इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार को रिपब्लिकन सांसदों के उन दावों को खारिज किया जिसमें कहा गया था कि अमेरिका द्वारा सैनिकों और राजनयिकों को निकालने के बाद मजार-ए-शरीफ में बंधक जैसी स्थिति है।
पिछले महीने जब काबुल जेल पर तालिबान ने कब्जा किया था, उसने तहरीक-ए-तालिबान के 2300 आतंकवादियों को काबुल जेल से रिहा कर दिया था, जो एक बार फिर से पाकिस्तान में घुस रहे हैं।
गौरतलब है कि पंजशीर अफगानिस्तान का सबसे छोटा सूबा है लेकिन अब तक वो तालिबान के आगे नहीं झुका था। बात सिर्फ इस बार की नहीं है पिछले तालिबान के शासन में भी पंजशीर आजाद रहा था।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर 15 अगस्त को कब्जा करने के करीब तीन सप्ताह बाद मंगलवार को तालिबान ने अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान किया।
चीन ने मंगलवार को उस खबर को पूरी तरह फर्जी बताया, जिसमें कहा गया था कि तालिबान ने अमेरिकी सैनिकों द्वारा खाली किये गये अफगानिस्तान के महत्वपूर्ण बगराम वायु सेना केंद्र को उसे सौंपने की योजना बनाई है।
बता दें कि पिछले महीने काबुल पर कब्जे के बाद से खबरे आ रही हैं कि तालिबान पत्रकारों की पिटाई कर रहा है और उन्हें धमकी दे रहा है।
मुल्ला हसन वर्तमान में तालिबान की निर्णय लेने वाली शक्तिशाली इकाई रहबरी शूरा या नेतृत्व परिषद का प्रमुख है, जो शीर्ष नेता के अनुमोदन के अधीन समूह के सभी मामलों पर सरकारी मंत्रिमंडल की तरह कार्य करता है।
मंगलवार को जब अफगानिस्तान में पाकिस्तान तथा तालिबान के विरोध में प्रदर्शन हो रहे थे तो उस समय Tolo News का कैमरामैन अपने कैमरे से उसे कवर कर रहा था
प्रदर्शनकारियों के हाथों में पोस्टर्स थे, जिनपर पाकिस्तान के खिलाफ स्लोगन लिखे हुए थे। इस दौरान उन्होंने जमकर पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पाकिस्तान को अफगानिस्तान की सीमा से बाहर निकालने की मांग की।
भारत और कजाखस्तान के बीच ये हर साल होने वाले वार्षिक द्विपक्षीय संयुक्त अभ्यास का 5वां संस्करण है।
संपादक की पसंद