इजरायल और हमासा के बीच जारी जंग की आग अब जल्द ही पूरे मध्यपूर्व में फैलने की संभावना सामने आ रही है। एक और अमेरिका लाल सागर के पास हूती विद्रोहियों के ठिकानों को तबाह कर रहा है। तो वहीं, अब जॉर्डन में सीरिया बॉर्डर के पास ड्रोन हमले में अमेरिका के 3 सैनिकों की मौत हो गई है। इस हमले में कई सैनिक घायल भी हैं। इस हमले में ईरान समर्थित आतंकवादी समूहों का हाथ बताया जा रहा है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि अमेरिका क्षेत्र में बड़ी सैन्य कार्रवाई कर सकता है।
व्हाईट हाउस ने जारी किया बयान
व्हाईट हाउस की ओर से इस घटना को लेकर बयान जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि बीती रात सीरिया सीमा के पास पूर्वोत्तर जॉर्डन में तैनात हमारे बलों पर एक मानवरहित हवाई ड्रोन हमला हुआ। इस हमले में 3 अमेरिकी सेना के सदस्य मारे गए और कई घायल हो गए। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि हम अभी भी इस हमले के तथ्य एकत्र कर रहे हैं। हम जानते हैं कि यह सीरिया और इराक में सक्रिय कट्टरपंथी ईरान समर्थित आतंकवादी समूहों द्वारा किया गया था।
ये लड़ाई बंद नहीं होगी
अमेरिका ने कहा है कि हम अफने शहीद सैनिकों की आतंकवाद से लड़ने की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाएंगे। इसमें कोई संदेह नहीं है कि हम उन सभी जिम्मेदार लोगों को एक समय और अपनी इच्छानुसार तरीके से जवाबदेह ठहराएंगे। अमेरिका ने कहा है कि हमारे सैनिक अपने देश के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में अडिग रहते हुए-अपने साथी अमेरिकियों और अपने सहयोगियों और साझेदारों की सुरक्षा के लिए अपनी सुरक्षा को जोखिम में डाल रहे हैं। हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में खड़े हैं। यह एक ऐसी लड़ाई है जिसे हम बंद नहीं करेंगे।
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