14 वर्षीय एक हिंदू लड़की को मुस्लिम युवकों ने जबरन उसके परिवार वालों के सामने ही बंदूक की नोक पर अपहरण कर लिया। एकांत में ले जाकर गनप्वाइंट पर उसका धर्म परिवर्तन कराया, जबरदस्ती इस्लाम कुबूल करवाया और फिर मुस्लिम लड़की से उसकी शादी करवा दी। दिल-दिमाग को हिला देने वाली यह घटना पाकिस्तान में हुई है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर इस तरह के जुर्म की यह कोई पहली वारदात नहीं है, बल्कि अक्सर ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया जाता रहता है। घटना पाकिस्तान के सिंध प्रांत की है, जहां 14 वर्षीय हिंदू नाबालिग लड़की सोहाना शर्मा कुमारी का जबरन अपहरण करने के बाद उसका धर्म परिवर्तन कराया गया। इस घटना से सनसनी फैल गई है।
एक पत्रकार ने ट्वीट में लिखा कि बेनजीराबाद जिले में बंदूक की नोक पर सोहना का अपहरण कर लिया गया था, उसके बाद शादी करवाकर उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया। उनके पिता दिलीप कुमार को जो दर्द सहना पड़ा, वह अकल्पनीय है। वह बेबस होकर घटना को देखते रहे। अदालत द्वारा सोहना को उसके पीड़ित परिवार से मिलाने से इंकार करने से अन्याय के घाव और गहरे हो गए हैं। यह जघन्य कृत्य एक ऐसे समाज का प्रतीक है जिसने अपनी नैतिकता खो दी है। हम इस तरह के अत्याचारों के गवाह कैसे बन सकते हैं और चुप रह सकते हैं? तथाकथित मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की आवाज कहां है, जो चैंपियन न्याय का दावा करते हैं? क्या मानवता अभी भी मौजूद है या हम करुणा और सहानुभूति की ²ष्टि खो चुके हैं? (आईएएनएस)