दुबई: यमन के मारिब में आर्मी कैंप में एक मस्जिद पर मिसाइल और ड्रोन हमले में 100 से अधिक सैनिकों की जान चली गई। मेडिकल और सैन्य सूत्रों के मुताबिक, इस घटना में सैकड़ों सैनिक घायल भी हो गए। इन हमलों के लिए हूती विद्रोहियों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों और सऊदी अरब के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन समर्थित यमन सरकार के बीच जारी युद्ध में कुछ महीनों की अपेक्षाकृत शांति के बाद शनिवार को यह हमला हुआ।
नमाज के दौरान मस्जिद पर हुआ हमला
सैन्य सूत्रों ने बताया कि हूती विद्रोहियों ने सना के पूर्व में करीब 170 किलोमीटर दूर मारिब में शाम को नमाज के दौरान एक सैन्य शिविर में मस्जिद पर हमला किया। हताहतों को मारिब शहर के एक अस्पताल ले जाया गया। इस हमले से एक दिन पहले गठबंधन समर्थित सरकारी बलों ने सना के उत्तर में स्थित नाहम क्षेत्र में हूती विद्रोहियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया था और नाहम में संघर्ष रविवार को भी जारी रहा। इस बीच यह भी कहा जा रहा है कि हूती मिलिशिया के दर्जनों लोग हताहत हुए हैं।
हूती विद्रोहियों ने नहीं ली है जिम्मेदारी
यमन ने राष्ट्रपति अबेदरब्बो मंसूर हादी ने इस ‘कायराना और आतंकवादी’ हमले की निंदा की है। हादी ने कहा, ‘हूती मिलिशिया का यह शर्मनाक कदम इस बात की निस्संदेह पुष्टि करता है कि वह शांति के इच्छुक नहीं है, क्योंकि उसे मौत और विनाश के अलावा कुछ नहीं आता और वह क्षेत्र में ईरान का घटिया हथियार है।’ हूती विद्रोहियों ने इस हमले की तत्काल जिम्मेदारी नहीं ली है। ये हमले ऐसे समय में हुए हैं जब गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र दूत मार्टिन ग्रिफिथ्स ने हमलों में आई कमी का स्वागत किया था।